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भागवत कथा सुनने से जीवन होता धन्य : नारायण ब्रह्मचारी

कृष्ण लीला सुन भक्तों ने लिया आनंद

झांसी। संत की बगिया में श्रीमद् भागवत कथा का आनंद ले रहे श्रद्धालु श्रीकृष्ण लीलाओं का वर्णन सुन गदगद हो रहे हैं। कथाव्यास श्रीनारायण ब्रह्मचारी ने भागवत कथा के दूसरे दिन चक्रवर्ती सम्राट राजा परीक्षित के सुकताल गंगातट पर शुकदेव जी के साथ सात दिन तक कथा के बारे में बताया। कहा कि भागवत कथा का आनंद हर किसी को नहीं मिलता। कथा को सुनने के लिए मन एकाग्र करके ध्यान से कथा को सुनने वाला भगवान कृष्ण के करीब होता है।

कृष्ण लीला का वर्णन करते हुये बताया कि भागवत कथा में कृष्ण ने अपनी लीलाओं से मनुष्य जाति का मनमोह लिया। यही नहीं उनकी लीला देख लोग अपना सब कुछ भूल जाते थे और उनकी लीलाओं में खो जाते थे। मनुष्य से लेकर जीव तक भागवत कथा के सुनने से उन्हें बैकुंठ की प्राप्ति का आनंद प्राप्त होता है। जहां भी भागवत कथा होती है वहां पर कोई भी मनुष्य अगर भागवत कथा को सुनता है तो उसके जीवन में सुख, शांति व आनंद का अनुभव होता है। यही नहीं श्री कृष्ण के कई रुप है और उन्हें हरि रुप से भी जाना जाता है। आज कथा सुनने को संत की बगिया में भक्तों की भीड़ लगी रही। जहां पर लोगों ने भागवत कथा की आरती पूजन कर प्रसाद ग्रहण किया।

इस अवसर पर मुख्य यजमान मदन पुरी तिवारी पुराण पूजन कर आरती की। साथ में राघवेन्द्र सिंह भदौरिया, भैयालाल पांडे, रामबाबू साहू, आत्माराम झा, चंदन कुशवाहा, द्वारका प्रसाद कुशवाहा, वेदप्रकाश वेदी आदि उपस्थित रहे। आभार शिवलाल केवट ने व्यक्त किया।

Updated : 24 Nov 2016 12:00 AM GMT
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