Home > Archived > मैं दे रहा हूं पैसे, पास कराकर दिखाओ: रजिस्ट्रार

मैं दे रहा हूं पैसे, पास कराकर दिखाओ: रजिस्ट्रार

छात्र-छात्राओं ने किया हंगामा

ग्वालियर। हम लोगों की कोई भी गलती नहीं है, फिर भी हमें फैल कर दिया गया है। नकल दूसरे महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने की और रिजल्ट हमारा रोक दिया गया। यह बात बुधवार को सामूहिक नकल के मामले में दोहरी कार्रवाई को लेकर विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छत्राओं ने विश्वविद्यालय में हंगामा मचाते हुए कही। वहीं जब छात्र विवि परिसर में हंगामा मचा रहे थे, तब सभी अधिकारी अपने कक्षों से गायब थे और छात्र उनके खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
हंगामे की सूचना मिलते ही रजिस्ट्रार डॉ. आनंद मिश्रा छात्रों के बीच पहुंच गए और उन्होंने एक-एक छात्र को समझाइश देकर मामला सुलटाया। चर्चा के दौरान कुछ छात्रों ने पास करने और परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण करने में लेन-देने के आरोप लगाए। इस पर रजिस्ट्रार ने नाराजगी जताई। ऋषि गालव कॉलेज मुरैना के छात्रों ने रजिस्ट्रार प्रो. मिश्रा को बताया कि बीए, बीएससी, बीकॉम चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में हम लोगों को जीरो नम्बर देकर फेल कर दिया है, जबकि अन्य कॉलेजों के छात्रों को एटीकेटी दी गई। इस पर रजिस्ट्रार ने कहा कि तुम्हारे कॉलेज की अधिकांश कॉपियों में एक ही उत्तर लिखे थे और तुम्हारी कॉपी देख कर सिमिति नेे सामूहिक नकल बताकर फेल करने की अनुशंसा की है, लेकिन हम आप लोगों की कॉपियां दोबारा जांच लेंगे। अगर गुंजाइश हुई तो जरूर बदलाव करेंगे। छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय में पैसे लेकर पास कराने का खेल चल रहा है, जिसके चलते हाल ही में मनमाफिक कॉलेजों को परीक्षा केन्द्र बना दिया गया है। इस पर रजिस्ट्रार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर कोई पैसे की दम पर पास करे तो हम रुपए देंगे। यह जवाब सुनकर छात्रों की बोलती बंद हो गई। वहीं रेक्टर प्रो. आर.जे. राव ने छात्र-छात्राओं को फटकार लगाते हुए कहा कि तुम लोग निजी महाविद्यालयों में सिर्फ नकल करने के लिए ही प्रवेश लेते हो। इस पर छात्रों ने कहा कि जब शासकीय महाविद्यालयों में प्रवेश नहीं मिलता है तो क्या हम लोग पढ़ाई ही छोड़ दें। शासकीय महाविद्यालयों में सीटें मिलती ही नहीं हैं। इसके बाद रजिस्ट्रार ने छात्रों के रोल नम्बर और मोबाइल नोट किए, जिन्हें जल्द ही पुनर्मूल्यांकन की रिपोर्ट दी जाएगी।
क्षमता से ज्यादा छात्रों का बनाया परीक्षा केन्द्र
राधारमन स्वार्णकर महाविद्यालय लहार के प्राचार्य अतुल स्वार्णर ने जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारियों को पत्र लिखकर कहा है कि उनके महाविद्यालय में सिर्फ 200 बच्चों के बैठने की व्यवस्था है, जिसकी सूचना विगत माह जीवाजी विवि में आयोजित हुई प्राचार्यों की बैठक के दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को दी थी, लेकिन उसके बाद भी उनके महाविद्यालय में विश्वनाथ प्रताप सिंह महाविद्यायल, पीताम्बर पीठ महाविद्यालय, लहार डिगरी महाविद्यालय, कमलेश महाविद्यालय सहित अन्य महाविद्यालयों के लगभग 650 छात्र-छात्राओं का परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। इस पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा है कि अगर परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था होगी तो उसके लिए जीवाजी विवि खुद जिम्मेदार होगा।

Updated : 28 Jan 2016 12:00 AM GMT
Next Story
Top