भ्रष्टाचार एवं किसानों की समस्याओं को लेकर अन्ना का प्रधानमंत्री को पत्र
X
नई दिल्ली। समाजसेवी अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार समाप्त करने एवं किसानों की समस्याओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में अन्ना ने लिखा है कि एक वक्त था जब कांग्रेस के कार्यकाल में भ्रष्टाचार इतना बढ गया था कि लोगों को अपने छोटे-छोटे काम कराने के लिए अधिकारियों को पैसे देने पडते थे। फिर मेरे जैसे फकीर ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन किया, जिसके बाद भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए लोकपाल और लोकायुक्त कानून बने पर आज भी हालात वैसे ही हैं। अन्ना ने लिखा है कि महंगाई बढ़ने से आम आदमी परेशान है। अन्ना ने लिखा कि अप्रैल-मई में सरकार बनने से पहले आपने वादा किया था कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कडे कदम उठायेगी लेकिन आज भी स्थिति वैसी ही है। मोदी जी आपकी और उस समय की सरकार में कोई अंतर नही है। लोगों को अपने काम के लिए आज भी पैसे देने होते है।
अन्ना ने कहा कि आप देश के प्रधान सेवक हैं। जनता आपसे उम्मीद करती है कि आप उसकी आवाज सुनेंगे। अन्ना ने आगे लिखा कि भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है लेकिन आज किसानों की दशा किसी से छिपी नही है। आपने आश्वासन दिया था कि किसानों को उनकी पैदावार का डेढ गुणा मूल्य मिलेगा लेकिन किसानों को उनकी लागत भी नही मिल पा रही है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं और उनके परिवार बदहाली में जीने को मजबूर हैं।
अन्ना ने कहा कि आपके पास देश भर से लाखों लोगों के पत्र आते हैं। सभी पत्रों का जवाब देना आपके लिए संभव नही है लेकिन यह पत्र भ्रष्टाचार एवं किसानों की समस्या से जुडा है। मेरी आपसे अपील है कि आप न केवल इस पत्र का जवाब दे बल्कि इन समस्याओं के समाधान भी जल्द निकालें।