मक्का हादसे में मरने वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर 45 हुई

मक्का। हज के दौरान मची भगदड़ में अधिकारियों ने दस और शवों की पहचान की है जिसके बाद हादसे में मरने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ कर 45 हो गई है। 45 भारतीय नागरिकों की मौत होने की पुष्टि विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने भी की है I सऊदी अरब में वार्षिक हज यात्रा के दौरान 25 साल में यह सबसे भीषण हादसा है।
जेद्दा में हज वाणिज्य दूतावास ने बताया कि मृतकों में तीन हाजी पश्चिम बंगाल के और केरल एवं झारखंड से दो-दो और तमिलनाडु एवं महाराष्ट्र से एक-एक हाजी शामिल है। इससे पहले रविवार को 13 और शवों की पहचान की गई थी जिसके साथ ही मरने वाले भारतीयों की संख्या 35 हो गई थी।
वहीं, इंडोनेशिया में भी मरने वाले नागरिकों की संख्या बढ़कर आज 41 हो गई है। इसके अलावा, इंडोनेशिया के दस नागरिकों का अस्पताल में ईलाज चल रहा है जबकि 82 अभी भी लापता हैं। पाकिस्तान में इस हादसे में मरने वाले पाकिस्तानी हाजियों की संख्या 18 से बढ़कर 36 हो गई है जबकि 35 लोग घायल हो गए हैं। पाकिस्तान के कई लोग अब तक लापता भी हैं। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अधिकारियों को शेष लापता यात्रियों की तलाश तेज करने के निर्देश दिये हैं। कुछ परिजनों ने सरकार पर हाजियों के बारे में सवालों के जबाव देने में असफल रहने का आरोप लगाया है।
सउदी अरब अधिकारियों ने हज के दौरान मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या 769 बताई है। इसमें घायल होने वालों की संख्या 934 है जिसमें 13 भारतीय भी शामिल हैं। सऊदी अरब के शाह सलमान ने पांच दिवसीय आयोजन के दौरान हुई हादसे की जांच के लिए एक कमेटी गठित करने का आदेश दिया है। इस आयोजन में 180 से अधिक देशों के लगभग बीस लाख लोगों ने भाग लिया। भारत से 1.5 लाख हाजियों ने हज किया।
जानकारी हो कि यह हादसा पत्थर मारने की रस्म अदायगी के दौरान अचानक भगदड़ मचने से हुआ। इस दौरान करीब पंद्रह से बीस लाख लोग मौजूद थे। मक्का में पत्थर मारना शैतान के विरोध का प्रतीक है। शैतान का प्रतीक तीन विशाल खंभों के रूप में मौजूद है। यह हज यात्री कंकड़ इकट्ठा करते हैं और उन्हें खंभों पर मारते हैं। ऐसा माना जाता है कि शैतान सबसे पहले अब्राहम, उनकी पत्नी हेगर और पुत्र इशामल के सामने उपस्थित हुआ था। इससे पहले 11 सितंबर को मक्का की मस्जिद अल हराम में निर्माण कार्य में लगी एक विशाल क्रेन के गिरने से 11 भारतीयों सहित सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

Next Story