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भू-राजस्व संहिता की विसंगतियां दूर हों: गुर्जर

भोपाल। भारतीय किसान संघ का आज समन्वय भवन में प्रादेशिक अधिवेशन संपन्न हुआ। अधिवेशन में भोपाल संभाग सहित प्रदेशभर से आये किसान प्रतिनिधि शामिल हुए। अधिवेशन का उद्देश्य संगठन के विस्तारीकरण करते हुए मजबूती प्रदान, कृषक हितेशी सरकारी योजनाओं के प्रति उन्हें जागरूक करना, साथ ही किसानों के समक्ष व्याप्त समस्याओं का विचार-विमर्श कर समाधान का रास्ता निकालना और संगठन की प्रदेश स्तरीय नई कार्यकारिणी की घोषणा है। भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश गुर्जर ने बताया कि आज आयोजित कार्यक्रम में संगठन की नई प्रदेश कार्यकारिणी के गठन के साथ आगामी कार्ययोजना को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी। अधिवेशन में किसान संघ ने दो अहम प्रस्ताव पारित किये है। पहले प्रस्ताव में संगठन ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि किसानों को कृषि उत्पादन के आधार पर लागत मूल्य मिले। दूसरे प्रस्ताव में राज्य सरकार से भू-राजस्व संहिता में व्याप्त विसंगतियां दूर करनें व नियमों का कठोरतापूर्वक पालन करनें की बात कही गयी। श्री गुर्जर ने बताया कि संगठन के संविधान के अनुसार किसानों को जोडऩे के लिए प्रत्येक तीन वर्ष में सदस्यता अभियान चलाया जाता है। इस बार सदस्यता अभियान का कार्य पूर्ण हो चुका है। किसान संघ के प्रादेशिक अधिवेशन में ग्राम इकाई से लेकर प्रांत इकाई तक के सदस्यों ने शिरकत की। सभा में तहसील इकाई के अध्यक्ष व मंत्री से लेकर प्रदेश स्तर तक की इकाई के सभी अपेक्षित पदाधिकारी उपस्थित थे।

Updated : 10 Sep 2015 12:00 AM GMT
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