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भिण्ड-इटावा रेल लाइन शुरू होने पर यात्रियों सहित व्यापारियों की बल्ले-बल्ले

भिण्ड-इटावा रेल लाइन शुरू होने पर यात्रियों सहित व्यापारियों की बल्ले-बल्ले
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अजय उपाध्याय
ग्वालियर। इलाहाबाद में उत्तर-मध्य रेलवे बोर्ड की आज होने वाली बैठक को लेकर ग्वालियर यात्रियों की निगाहैं टिकी हुई हैं। इसका मुख्यकारण यह है कि इस बैठक में भिण्ड-इटावा रेल लाइन पर व्यापक विचार विमर्श किया जाना है। इस बात की भी सम्भावना जताई जा रही है कि इस रेल लाइन पर यात्री गाड़ी की शुरूआत को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय हो सकता है। यदि इस पर यात्री गाड़ी को हरी झण्डी मिल जाती है तो कानपुर, लखनऊ की और जाने वाले यात्रियों की सुविधाएं तो बड़ेगी ही साथ ही व्यापारियों को लाभ भी मिलेगा। उल्लेखनीय है कि पिछले दो माह से इस लाइन पर मालगाड़ी का संचालन सही ढ़ंग से किया जा रहा है। इस बात से सम्भावना जताई जा रही है कि बैठक में यात्री गाड़ी संचालित करने पर पहल की जा सकती है। इस लाइन के प्रारम्भ होने से इटावा, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर तथा हावड़ा की ओर जाने वाले यात्रियों की यात्रा आसान होगी। अभी तक कानपुर की ओर से लखनऊ और हावड़ा की ओर जाने वाले यात्रियों को झांसी से होकर जाना होता है। इस मार्ग से जहां यात्रा की दूरी अधिक होती है, जिससे यात्रा अवधि बढ़ जाती है। इससे महत्वपूर्ण बात यह है कि झांसी मार्ग से कानपुर, लखनऊ पहुंचने के लिए ग्वालियर से केवल एक ही गाड़ी बरौनी मेल संचालित होती है। जबकि भिण्ड रेल लाइन शुरू होने से इस मार्ग पर कई यात्री गाडिय़ों के संचालन की सम्भावना बढ़ जाएगी। इससे दोंनो ही समस्याओं का समाधान होगा और कानपुर,लखनऊ की दूरी घटने से यात्रा अवधि भी घट जाएगी।
भिण्ड-इटवा रेल लाइन प्रारम्भ होने से जहां यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी वहीं अभी तक रेलवे की दृष्टी से पिछड़े माने जाने वाले भिण्ड सर्किल और उससे लगे आसपास के क्षेत्रों का विकास हो सकेगा। सबसे बड़ी बात तो यह है कि व्यापार की दृष्टी से महत्वपूर्ण माने जाने वाले कोलकत्ता-कानपुर जैसे शहरों से माल की आवाजाही ग्वालियर तक बढ जाएगी। इस रेल लाइन से सबसे अधिक फायदा होजरी, टॉफी मटेरियल, गुलाब जमुन पाऊडर, रेडीमेड गारमेन्ट, कपड़ा, दलहन, कॉस्मेटिक इत्यादी के व्यापार को लाभ मिलेगा।
इन्होंने कहा:-
भिण्ड-इटावा रेल लाइन प्रारम्भ होने से कानपुर,लखनऊ और कोलकत्ता की ओर से आने वाला माल समय पर तथा बिना टूट-फूट के कम भाड़े में सुलभ हो रहा है।
मनीष बांदिल
शक्कर व्यापारी
ग्वालियर से कानपुर और कोलकत्ता की ओर टॉफी, मिल्क पाउडर, गुलाव जामुन पाउडर आदि का माल सप्लाई होता है। उधर से भी माल इधर आता है। इस लाइन के प्रारम्भ होने से दूरी घटेगी तो माल भाड़े में भी कमी आएगी, जिसका सीधा फायदा व्यापारी और ग्रहाक दोंनो को होगा।
दिलीप पंजवानी
स्टील व्यापारी
इस लाइन के शुरू होने से भिण्ड अंचल सहित ग्वालियर के व्यापारियों को लाभ होगा। माल के आवागमन में सुविधा होने के साथ मालभाड़े में कमी और बिना देरी के माल समय पर पहुंचेगा।
सुरेश नीखरा
मुंगफली व्यापारी
यह होगा फायदा:-
झांसी से होकर कानपुर पहुंचने में यात्री को करीब 310 किलोमीटर का सफर तय करना होता है। वहीं भिण्ड-इटावा मार्ग से यह दूरी घटकर करीब 260 किलोमीटर ही रह जाती है। 

Updated : 12 May 2015 12:00 AM GMT
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