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फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदेगा भारत

फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदेगा भारत
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पेरिस | भारत और फ्रांस के बीच 12 अरब डॉलर मूल्य के 126 रफाल लड़ाकू विमान की खरीद के लिए पिछले तीन सालों से बातचीत चल रही थी। रफाल लड़ाकू विमान के बारे में बातचीत इसकी कीमत और देसाल्त एविएशन की ओर से सरकारी स्वामित्व वाले हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा बनाए जाने वाले 108 विमानों के लिए गारंटी देने में हिचकिचाहट के कारण फंसी हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत में लड़ाकू विमानों की परिचालन संबंधी महत्वपूर्ण जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मैंने उनसे (ओलांद) बातचीत की और आग्रह किया कि सौदे के तहत उड़ान भरने के लिए तैयार स्थिति लायक 36 राफेल लड़ाकू विमान जितनी जल्दी हो सके, मुहैया कराएं।
फ्रांस, भारत में तीन स्मार्ट सिटी बनाने में मदद करेगा। साथ ही जैतापुर न्यूक्लियर प्लांट के लिए भी दोनों देशों के बीच करार हुआ है। मोदी ने कहा कि फ्रांस के सहयोग से भारत में तकनीक का विकास होगा और दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का दायरा बढ़ाएंगे। फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है।
महाराष्ट्र के जैतापुर में रुकी हुई परमाणु परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए एक समझौते समेत मोदी और ओलोंद के बीच बातचीत के बाद 17 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। जैतापुर परियोजना के तहत फ्रांस की कंपनी अरीवा छह परमाणु संयंत्र स्थापित करेगी, जिससे करीब 10 हजार मेगावाट क्षमता का बिजली उत्पादन होगा। यह परियोजना बिजली की दर को लेकर मतभेद के कारण काफी समय से रुकी हुई थी।
फ्रांस ने भारत को अपने उस निर्णय के बारे में सूचित किया, जिसमें भारतीय पर्यटकों के लिए 48 घंटे में शीघ्र वीजा देने की योजना लागू करने की बात कही गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां भारत और फ्रांस सहयोग नहीं कर रहे हों। फ्रांस, भारत के महत्वपूर्ण मित्रों में शामिल है। फ्रांस ने भारत में 2 अरब यूरो (करीब 1 अरब डॉलर) निवेश करने की घोषणा की, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस की कंपनियों से तेजी से आगे बढ़ रही अर्थव्यवस्था में धन लगाने को आमंत्रित किया।
इससे पूर्व, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने सीईओ फोरम में घोषणा की कि फ्रांस, भारत में दो अरब यूरो निवेश करेगा। फ्रांस के निवेशकों को आमंत्रित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "भारत से बड़ा कोई अन्य बाजार नहीं है। यह पिछले छह महीने में तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था हो गई है। विश्व बैंक, मूडी जैसी अन्य एजेंसियों ने एक स्वर से कहा है कि भारत सबसे तेज गति से बढ़ता राष्ट्र है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, ऐसा देश पाना दुर्लभ है, जहां सरकार विकास को प्रतिबद्ध हो, साथ ही आबादी का लाभ भी हो। निवेशक आमतौर पर बौद्धिक संपदा की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं। केवल भारत जैसा लोकतंत्र ही इसकी गारंटी दे सकता है।"

Updated : 11 April 2015 12:00 AM GMT
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