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पुलिस की लचर व्यवस्था का परिणाम

मासूमों की इज्ज्त से खिलवाड़

ग्वालियर। मासूम बच्चियों को दरिंदे अपनी हवस का शिकार बना रहे हैं। ऐसे संगीन मामलों में भी पुलिस की कार्यवाही संतोषजनक नहीं कही जा सकती। दुष्कर्म के मामले प्रदेश में भी बढ़े हैं। पुलिस की लचर व्यवस्था का आरोपियों ने फायदा उठाया है। इसी का नतीजा है कि शहर में भी मासूमों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं।
महाराजपुरा थाना क्षेत्र में बीते रोज आदिवासी बच्ची के साथ दो युवकों ने पहाड़ी पर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया था। लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। दो दिन पूर्व भी पुरानी छावनी थाना क्षेत्र में माता-पिता दवा लेने के लिए घर से निकले और इधर तीन दरिंदों ने उनकी आठ साल की बच्ची को अपने घर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म कर दिया। लगातार हो रही मासूमों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं ने उन माता-पिता को सोचने पर मजबूर कर दिया है, जिनकी बच्चियां अभी छोटी उम्र की हैं। पुलिस की कार्यवाही इस मामले में लचर है। दरिंदों में पुलिस का तनिक भी खौफ नहीं है। यही वजह है कि बच्चियों के साथ ऐसी घटनाएं हो रही हैं। महानगरों की तर्ज पर अब अपना शहर भी चल पड़ा है। बिलौआ की घटना को तो आज तक वहां के लोग भूले भी नहीं हैं, जहां मासूम को दरिंदों ने ऐसी यातना दी थी कि आज भी दर्द ताजा बना हुआ है। उस मासूम के माता-पिता की हालत निर्भया की मां की तरह हो गई है। न तो वह जिंदा हैं और न ही अब उनकी जीने की इच्छा है। दुष्कर्मों के बढ़ते मामलों की पूरे देश में आलोचना हो रही है। हमारे शहर में बढ़ती बलात्कार की घटनाओं के बाद भी पुलिस ने चुप्पी साध रखी है। ऐसा ही एक और मामला है। गोल पहाडिय़ा निवासी मूंगफली बेचने वाले गरीब की बेटी को दरिंदे ने ऐसी हालत में पहुंचा दिया कि वह आज तिल-तिल कर जी रही है। झाडिय़ों में लहुलुहान करके दरिंदा उसे छोड़कर भाग गया था। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से काफी दिनों बाद दरिंदे को पकड़ा था। इस घटना को जिसने भी सुना, वही सन्न रह गया।
पुलिस के दावे बिल्कुल खोखले हैं। वर्ष 2015 की बात करें तो बच्चियों के साथ हैवानियत की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। साल का अंत होते-होते भी तीन मासूमों को अपनी इज्जत गंवाना पड़ी है। अब ऐसी बच्चियों को कौन इंसाफ दिलाएगा, जिन्होंने अभी होश भी नहीं संभाला है। ऐसे मामलों में पुलिस अधिकारियों का जवाब बड़ा ही गैर जिम्मेदाराना होता है।

Updated : 27 Dec 2015 12:00 AM GMT
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