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पांच हजार के इनामी को नहीं पकड़ सकी जीआरपी

पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हुआ आरोपी

ग्वालियर। रेलगाडिय़ों के ऐसी कोच में चोरी करने वाले शातिर चोर अश्विनी श्रीवास्तव का भांजा और पांच हजार के इनामी राहुल श्रीवास्तव को पकडऩे के लिए जीआरपी ने सोमवार को दबिश दी, लेकिन वह पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गया।
सूत्रों के अनुसार जीआरपी को सूचना मिली थी कि पांच हजार का इनामी राहुल श्रीवास्तव सिटी सेन्टर में रहने वाले अपने रिस्तेदार के घर में छिपा हुआ है। इस पर जीआरपी ने दल-बल के साथ दबिश दी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले राहुल वहां से फरार हो गया। बताया गया है कि वह पिछले एक सप्ताह से रिस्तेदार के घर में छिपा हुआ था। उल्लेखनीय है कि नौ नवम्बर को अश्विनी श्रीवास्तव एक चोरी के ट्रॉली बैग के साथ प्लेटफार्म एक से पकड़ा गया था। जीआरपी द्वारा की गई पूछताछ में अश्विनी के कब्जे से दो ट्रक चोरी का माल बरामद हुआ था। अश्विनी ने एक सैकड़ा से अधिक चोरी की वारदातें करना स्वीकार किया था। रेलगाडिय़ों में चोरी करने के दौरान साथ देने वाला राहुल श्रीवास्तव पुलिस की गिरफ्त से बच निकला था। उसकी गिरफ्तारी पर पांच हजार का इनाम घोषित किया गया था। कई स्थानों पर दबिश देने के बाद भी पुलिस राहुल और उसके अन्य साथियों का पता नहीं लगा सकी है।
जीआरपी थाने में सामान लेने पहुंचे फरियादीशातिर चोर अश्विनी श्रीवास्तव के कब्जे से मिले चोरी के जेवरों की पहचान फरियादियों द्वारा कर ली गई है। जानकारी के अनुसार 8 फरवरी को झांसी निवासी जयदीप चौरसिया अपनी पत्नी पूनम के साथ यात्रा कर रहे थे। यात्रा के दौरान उनका जेवरों से भरा बैग चोरी हो गया था। वहीं राजधानी एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे धौलपुर निवासी मोहन त्रिपाठी की पत्नी के जेवर भी चोरी हुए थे। बताया गया है कि इन दोनों यात्रियों ने चोरी गए अपने जेवरों की पहचान कर ली है। यह चोरी गए जेवर आश्विनी के कब्जे से जीआरपी ने बरामद कर लिए थे। इन्होंने जीआरपी को बताया कि उनके जेवरों की कीमत करीब चार लाख रुपए होगी।

Updated : 22 Dec 2015 12:00 AM GMT
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