कुआलालंपुर। भारत और मलेशिया ने शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को और प्रगाढ़ करने के लिए एक दूसरे की डिग्रियों को मान्यता देने के समझौते को जल्द पूरा करने का आज संकल्प व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि मलेशिया में भारत की शीर्ष शैक्षणिक संस्थाओं की कई डिग्रियों को मान्यता नहीं दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मलेशियाई समकक्ष नजीब रज्जाक के साथ द्विपक्षीय बातचीत के दौरान इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने मलेशिया के छात्रों को पढ़ाई करने के लिए भारत आने को आमंत्रित किया, साथ ही एक दूसरे की डिग्रियों को मान्यता देने के समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने का आग्रह किया। इस पर नजीब ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए हम तत्काल कार्रवाई करेंगे।मोदी ने कहा कि दोनों देश सांस्कृतिक और जनता से जनता के स्तर पर संबंधों को विशेष महत्व देंगे। उन्होंने कहा कि मुझे आयुर्वेद समेत पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के क्षेत्र में अपने बढ़ते शानदार सहयोग पर काफी प्रसन्नता है। इसके अलावा भारत और मलेशिया ने साइबर सुरक्षा, संस्कृति और लोक प्रशासन के संबंध में सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर भी किए।
Latest News
- तिमोर में आया 6.1 तीव्रता का भूकंप, हिंद महासागर में उठी सुनामी
- मंदसौर में शेख जफर बने चैतन्य सिंह राजपूत, अपनाया सनातन धर्म कहा- ये घर वापसी
- योगी आदित्यनाथ का अखिलेश पर तंज, हाथ जोड़कर बस्ती लूटने वाले, सुधारों की बात...
- योगी आदित्यनाथ ने सदन में सुनाई सरकार की उपलब्धियां, विपक्ष हुआ निःशब्द
- राजनाथ सिंह 'INS खंडेरी' पनडुब्बी में हुए सवार, चार घंटे की समुद्री यात्रा, बताया अनुभव
- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को दिया जा रहा नि : शुल्क प्रशिक्षण
- क्रूज ड्रग केस : शाहरुख के बेटे आर्यन को मिली क्लीन चिट, NCB की चार्जशीट से नाम बाहर
- गोशाला में 100 टन की क्षमता वाला सीएनजी प्लांट के लिए 31 करोड़ की राशि स्वीकृत
- रूपसिंह स्टेडियम में शुरू हुआ समर फेस्टिवल, 3 जून को आएंगे मीत बदर्स
- साइकल प्योर अगरबत्ती ने पेश कीं हेरिटेज और फ्लूट रेंज, सभी रिटेल आउटलेट पर उपलब्ध

भारत और मलेशिया एक दूसरे की डिग्रियों को देंगे मान्यता
Updated : 2015-11-23T05:30:00+05:30
Next Story
© 2017 - 2018 Copyright . All Rights reserved.
Designed by Hocalwire