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पुुलिस ने फरियादी को बनाया बंधक छोडऩे के लिए दिए बीस हजार

फरियादी लूट की रिपोर्ट लिखाने आया था थाने

शिवपुरी। अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने और जनता की समस्याओं को मौके पर सुलटाने की दृष्टि से पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुर्रेशी ग्रामीणों के बीच पहुंचकर जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित कर समस्याओं को मौके पर निराकरण करने का काम करते हुए पुलिस की छवि को साफ स्वच्छ बनाने में लगे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे। सतनबाड़ा थाना प्रभारी पर देशी-विदेशी मदिरा दुकान संचालक दिलीप शिवहरे ने आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री, मानव अधिकारी आयोग, आबकारी विभाग, गृह विभाग, पुलिस अधीक्षक एक दर्जन अधिकारियों को शिकायती आवेदन भेजा हैं। आवेदन में बताया गया है कि सतनवाड़ा थाना प्रभारी ने उसकी दुकान के लुटेरों को रंगे हाथों पकडऩे के बाद लूटी गई रकम को लेकर उन्हें छोड़ दिया है। आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने पहुंचने पर मुझे व मेरे कर्मचारियों को न केवल बंधक बनाया बल्कि मारपीट करते हुए 20 हजार रूपए लेकर मुझे छोड़ा गया।
पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को की गई शिकायत में दुकान संचालक दिलीप शिवहरे पुत्र भूराराम शिवहरे एबी रोड़ मोहना ने लिखा है कि सतनवाड़ा में देशी विदेशी मदिरा दुकान का लायसेंस धारी ठेकेदार है। 21 नवम्बर को शाम करीब 5 बजे छोटू रावत निवासी चाड सकलपुर व एक अन्य धाकड़ समाज का व्यक्ति उसकी अंग्रेजी शराब की दुकान पर आये और कट्टे की नौंक पर गल्ले में रखे 25 हजार रूपए लूट ले गए। कर्मचारी अरूण के विरोध करने पर उसकी मारपीट करते हुए 15 बीस शराब की बोतलें फोड़ दी। घटना को अंजाम देकर उक्त दोनों बदमाश मोटर साईकिल से भाग गए। बाद में घटना की सूचना सतनवाड़ा थाना प्रभारी अशोक सिंह कुशवाह को फोन के माध्यम से दी। जिस पर से प्रधान आरक्षक इन्द्रपाल सिंह तथा दो अन्य आरक्षकों ने बदमाशों का पीछा करते हुए पकड़ लिया और उनसे लूटे गए 25 हजार रूपए बरामद कर लिये।
घटना की रिपोर्ट लिखाने वह व उसका कर्मचारी थाने पहुंचे जहां थाना प्रभारी द्वारा उनसे बाहर बैठने के लिए कहा गया। उन्हीं की आंखों के सामने बदमाशों के परिजनों से 20 हजार रूपए लेकर उन दोनों को छोड़ दिया। जिसका विरोध करने पर पुलिस ने उनके साथ लातों एवं जूतों से मारपीट की और रात भर कर्मचारी अरूण और उसे रात भर बंद रखा। सुबह परिजनों को बुलाकर 20 हजार रूपए लेकर मुझे छोड़ा गया। शिकायती आवेदन में दिलीप ने लिखा है कि उसकी लायसेंसशुदा दुकान बंद करा दी गई तथा कर्मचारी भगवान दास, कर्मचारी रवि, रमेश शिवहरे को गालीगलौंच करते हुए पुन: दुकान न खोलने की धमकी दी। इस घटना को ग्राहक सनवर खां, अजीज खां सहित अन्य लोगों ने भी देखा। दुकान संचालक श्री शिवहरे ने मांग की है कि दोषी थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

Updated : 23 Nov 2015 12:00 AM GMT
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