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भोपाल-इंदौर रूट पर बिछाई जाएगी नई रेल लाइन


भोपाल। भोपाल रेलवे स्टेशन पर इंदौर से आने वाली करीब डेढ़ दर्जन ट्रेनों को आने वाले कुछ महीनों बाद आउटर पर लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वहीं, भोपाल से इंदौर जाने वाली ट्रेनों को भी सही समय पर रवाना किया जा सकेगा। ऐसा संभव हो सकेगा, भोपाल से इंदौर रूट की ओर डी केबिन तक बिछाई जाने वाली दूसरी रेलवे लाइन का काम पूरा होते ही। यह काम अगले पांच-छह महीने में पूरा कर लिया जाएगा।
आए दिन मालवा एक्सप्रेस सहित इंदौर से आने वाली कई गाडिय़ों को एक ही रेलवे ट्रैक होने के कारण भोपाल स्टेशन तक पहुंचने में काफी समय लग जाता है। ट्रैक पर आगे मालगाड़ी या अन्य कोई यात्री ट्रेन होने के कारण पीछे आ रही गाडिय़ों को आउटर पर खड़ा रखना पड़ता है।
इसी समस्या को दूर करने के लिए करीब दो किमी का नया रेलवे ट्रैक बिछाया जाएगा। लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से यह काम होगा। रेल अधिकारियों का कहना है कि आवागमन में सुविधा हो और यात्री ट्रेनों को अनावश्यक रूप से आउटर पर खड़ा न करना पड़े, इसलिए नया ट्रैक बिछाया जा रहा है।

पेंचवैली-मालवा अक्सर खड़ी रहती हैं
रेल सूत्रों के अनुसार इंदौर से शाम के समय भोपाल की ओर आने वाली मालवा व पेंचवैली फास्ट पैसेंजर को अक्सर डी केबिन के पास खड़ा करना पड़ता है। जिस वक्त यह गाडिय़ां भोपाल आती जाती हैं, उसी दौरान इंदौर इंटरसिटी व मालगाडिय़ां ट्रैक पर होती हैं। सिंगल ट्रैक होने के कारण पहले भोपाल से यात्री ट्रेन व मालगाडिय़ों को इंदौर की ओर रवाना करना पड़ता है। इसके बाद इंदौर की ओर से आने वाली ट्रेनों को भोपाल स्टेशन पहुंचाया जाता है। इससे यात्रियों को 40-50 मिनट आए दिन आउटर पर इंतजार करना पड़ता है।
यह गाडिय़ां होती हैं प्रभावित
जयपुर-चेन्नई एक्सप्रेस, जबलपुर-सोमनाथ एक्सप्रेस, ओवरनाइट एक्सप्रेस, नर्मदा एक्सप्रेस, हबीबगंज-दाहोद फास्ट पैसेंजर, भोपाल-उज्जैन पैसेंजर, शिप्रा एक्सप्रेस, इंदौर-पटना एक्सप्रेस सहित डेढ़ दर्जन से ज्यादा ट्रेनें आते-जाते वक्त सिंगल ट्रैक होने के कारण प्रभावित होती हैं।

Updated : 5 Jan 2015 12:00 AM GMT
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