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भारत संग आर्थिक संबंध मजबूत करने चाहता है अमेरिका

वॉशिंगटन | अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा से पहले अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा है कि उनका देश भारत के साथ अपने आर्थिक संबंध मजबूत करने का आकांक्षी है।
ओबामा की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, बौद्धिक संपदा और द्विपक्षीय निवेश संधि समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होनी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के तौर पर भारत की यात्रा करेंगे। 25 जनवरी से शुरू होने वाली उनकी इस तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, वह नई दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व के साथ रक्षा एवं असैन्य परमाणु समझौते समेत विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रगति के लिए बातचीत करेंगे।
आर्थिक एवं कारोबार मामलों के सहायक विदेश मंत्री एच रिवकिन ने अमेरिकन सिक्योरिटी प्रोजेक्ट में अपने संबोधन में कहा, जैसा कि विदेश मंत्री जॉन कैरी ने भी अपनी हालिया यात्रा के दौरान जोर देकर कहा, हम भारत के साथ अपने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के आकांक्षी हैं।
हाल ही में भारत से लौटे रिवकिन ने कहा कि दोनों देशों ने वर्ष 2013 में वस्तुओं एवं सेवाओं के क्षेत्र में लगभग 100 अरब डॉलर का वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार किया है।
उन्होंने कहा, यह वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2000 के बाद से 400 प्रतिशत से भी ज्यादा का इजाफा दर्शाता है। हमारा मानना है कि हमारे द्विपक्षीय निवेश के प्रवाह को सुधारकर हम इसे और आगे बढ़ा सकते हैं। निश्चित तौर पर, यह हमारे हित में है कि हम इन सभी लंबित और संभावनाओं से भरी व्यापारिक संधियों को हमारी समृद्धि और सुरक्षा के लिए अंतिम रूप दें।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि यदि हम उन समग्र एवं महत्वाकांक्षी समझौतों को हासिल कर लेते हैं, जिनके लिए हम बातचीत कर रहे हैं, तो ये व्यापारिक संधियां न सिर्फ अमेरिकी विनिर्माताओं, सेवा प्रदाताओं, किसानों और पशुपालकों को अमेरिकी निर्यात बढ़ाने में ही मदद करेंगी, बल्कि उन्हें एक बेहद प्रतिस्पर्धी एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्पर्धा करने के लिए भी तैयार करेंगी।
वहीं दूसरी ओर, वॉशिंगटन विदेशी प्रेस केंद्र में विदेश मंत्रालय की उपप्रवक्ता मैरी हार्फ ने इस बात पर सहमति जताई कि अमेरिका भारत के साथ अर्थिक मोर्चे पर बौद्धिक संपदा के साथ-साथ द्विपक्षीय निवेश संधि के मुद्दों पर बातचीत करेगा।
उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर ये ऐसे मुद्दे हैं, जिनके बारे में हम बात करते हैं। गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सम्मेलन के दौरान विदेश मंत्री की हालिया भारत यात्रा बहुत अच्छी रही और इन मुद्दों के साथ-साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई।

Updated : 16 Jan 2015 12:00 AM GMT
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