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साम्प्रदायिक हिंसा पर चर्चा के लिये तैयार सरकार : नायडु

साम्प्रदायिक हिंसा पर चर्चा के लिये तैयार सरकार : नायडु
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नई दिल्ली। लोकसभा में आज साम्प्रदायिक हिंसा पर बहस न कराये जाने के चलते विपक्षी पार्टियों ने जमकर हंगामा किया और सदन की कार्यवाही में बाधा डालने का प्रयास किया। सरकार ने कहा कि वह इस विषय पर चर्चा कराने के लिये तैयार है। कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी दल प्रश्नकाल को स्थगित कर साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं पर चर्चा करने की मांग कर रहे थे लेकिन लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन द्वारा इसे अस्वीकार कर दिये जाने के बाद वे सभी आसन के करीब आ गये और नारेबाजी करने लगे। आसन के करीब पहुंचने वालो में कांग्रेस के राहुल गांधी भी थे। वे अपने संसदीय जीवनकाल में पहली बार आसन के करीब आये और अन्य लोगों के साथ नारेबाजी में शामिल हो गये।
एक वक्त ऐसी स्थिति पैदा हो गई जब कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और राष्ट्रीय जनता दल के पप्पू यादव लोकसभा अध्यक्ष की मेज के पास पहुंच गये और ऐसा लगने लगा था कि कोई अप्रिय घटना न हो जाये। दूसरी ओर से सत्ता पक्ष के लोग इस स्थिति को देखकर अपने स्थानों पर खडे हो गये तो लोकसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष के लोगों को शांत करते हुये कहा, आप चिंता मत कीजिये मैं सक्षम हूं।
प्रश्नकाल के दौरान हंगामा थमता न देखकर लोकसभा अध्यक्ष ने करीब 10 मिनट के लिये सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया था। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो स्थिति ज्यों की त्यों थी। श्रीमती महाजन ने जैसे तैसे प्रश्नकाल को पूरा कराया और उसके बाद सरकारी दस्तावेजों को सदन के पटल पर रखवाया।
श्रीमती महाजन ने विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन से पहले भी कई बार कहा था कि उन्हें शून्यकाल के दौरान अपनी बात कहने का मौका मिलेगा। लेकिन कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के सदस्य आसन के करीब आकर नारेबाजी करते रहे। जबकि तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और एमआईएम के सदस्य अपने स्थान पर खडे होकर विरोध प्रकट कर रहे थे।
श्रीमती महाजन ने कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खरगे को अपनी बात करने के लिये पुकारा तो उन्होंने आरोप लगाते हुये कहा कि इस सरकार के अस्तित्व में आने के बाद हर जगह दंगे फैल रहे है।
इसका तुरंत विरोध करते हुये शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडु ने कहा कि वे ऐसा आरोप नहीं लगा सकते है। कोई दंगा नहीं हुआ है। यह बहुत आपत्तिजनक आरोप है। उन्होंने कहा कि देश में शांति है और सदन में भी शांति होनी चाहिये।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि अगर विशेषतौर पर कहीं कुछ हुआ हो तो बाताएं। आप पूरे देश की बात मत कीजिये। वह जगह बताये कि कहां पर दंगा हुआ।
लेकिन खरगे ने आरोपों को दोहराते हुये कहा कि बहुत जगह दंगे हो रहे है। उन्होंने कहा कि जो दंगे हो रहे है, उनके पीछे कौन है। उनके पीछे किसका हाथ है और कौन दंगे करवा रहा है इसके बारमें यहां चर्चा हो। इस पर संसदीय कार्य मंत्री नायडु ने कहा कि यह आरोप लगाने का तरीका गलत है और वह इसकी निंदा करते है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसलिये नाखुश है कि देश श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि सरकार सदन में चर्चा करने के लिये तैयार है।



Updated : 6 Aug 2014 12:00 AM GMT
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