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पाकिस्तान में सीधी लड़ाई की ताकत नहीं: नरेंद्र मोदी

पाकिस्तान में सीधी लड़ाई की ताकत नहीं: नरेंद्र मोदी
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लेह | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि वह परंपरागत जंग लड़ने की ताकत खो चुका है, लेकिन भारत के खिलाफ आतंकवाद का परोक्ष युद्ध जारी रखे हुए है। लेह और लद्दाख की अपनी पहली यात्रा के दौरान सेना और भारतीय वायु सेना के जवानों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पड़ोसी देश ने एक परंपरागत जंग लड़ने की ताकत तो खो दी है, लेकिन वह आतंकवाद के परोक्ष युद्ध में उलझा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल आतंकवाद में जंग से कहीं ज्यादा जानें गंवा रहे हैं। इसे एक वैश्विक समस्या करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया की तमाम मानवतावादी ताकतों को इसके खिलाफ संघर्ष के लिए एक हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत इन मानवतावादी ताकतों को एक करने और मजबूत करने के प्रति वचनबद्ध है। प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी उस घटना के ठीक बाद आई है, जिसमें उग्रवादियों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में पांपोर में सीमा सुरक्षा बल के एक काफिले पर हमला किया, जिसमें एक अधिकारी सहित आठ सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। दो महीने में जम्मू कश्मीर की अपनी दूसरी यात्रा के दौरान मोदी ने कहा कि भारत मजबूत सशस्त्र बलों का हामी है, जिनके पास धुनिकतम हथियार और प्रौद्योगिकी हो। उन्होंने कहा कि जवान इस बात का पूरा भरोसा रखें कि पूरा देश उनके साथ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सैनिक तमाम दुष्वारियों और उनके परिवार को रोजमर्रा की जिंदगी में होने वाली दिक्कतों के बावजूद अपने मोर्चे पर डटे रहते हैं और उनका यही हौंसला तथा र्तव्यपरायणता उन्हें प्रेरणा देती है, इसलिए वह यही प्रेरणा लेने बार बार सीमा पर तैनात जवानों से मिलने आते हैं। मोदी ने सैनिकों से वादा किया कि एक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का निर्माण किया जाएगा, जो देश की आने वाली पीढ़ियों को उनके बलिदान और त्याग की जानकारी देगा। उन्होंने रक्षा बलों को बताया कि सरकार रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के प्रति वचनबद्ध है। करगिल घुसपैठ का जिक्र करते हुए, जिसके बारे में पहली सूचना एक गडरिए ताशी नांगयाल ने दी थी, मोदी ने कहा कि देश की सशस्त्र सेनाएं वहां रहने वाले लोगों के साथ बहुत करीबी से जुड़ी हैं। मोदी ने जवानों के साथ बातचीत की और आगंतुक पुस्तिका में लिखा कि शांति और सुरक्षा विकास के लिए पहली जरूरत हैं। मोदी ने आज के अपने व्यस्त कार्यक्रम के दौरान निमू बाजगो पन बिजली परियोजना तथा लेह-कारगिल-श्रीनगर पारेषण प्रणाली का उदघाटन किया। प्रधानमंत्री ने देश को बर्बाद करने वाले भ्रष्टाचार से निपटने के अपनी सरकार के संकल्प का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा भ्रष्टाचार हमें परेशान कर रहा है। लोग आक्रोशित हैं। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि हम भ्रष्टाचार से लड़ेंगे और उन लोगों के साथ काम करेंगे जो इसके खिलाफ हैं। भ्रष्टाचार ने देश को बर्बाद कर दिया है। मैं आपसे वादा करता हूं कि हम पूरी ताकत के साथ भ्रष्टाचार से लड़ेंगे। मोदी ने कहा कि इस लड़ाई में सरकार का इरादा सभी भ्रष्टाचार विरोधी ताकतों, राजनीतिक दलों एवं उनके नेताओं तथा ईमानदार अधिकारियों को साथ लेकर चलने का है। उन्होंने कहा, ईमानदार अधिकारी भी हैं। हम उनके साथ भी काम करेंगे। अगर हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जीत लेते हैं तो गरीबी के खिलाफ लड़ाई भी जीत लेंगे। पारंपरिक लद्दाखी पोशाक पहने मोदी ने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर में केसर की पैदावार को प्रोत्साहन देने के लिए केसर क्रांति लाने का पूरा प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि हमें केसर क्रांति लाने की जरूरत है जिसमें केसर की पैदावार को बढ़ाना है। किसानों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। मोदी ने कहा कि हमें अपने सौर उर्जा से जुड़े प्रयासों में लेह पर खास तवज्जो देनी होगी। हमें देश के हर कोने को बिजली, रेल, सड़क और दूरसंचार से जोड़ना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास ऐसा होना चाहिए, जो आम लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से बदले। उन्होंने तीन पी प्रकाश, पर्यावरण और पर्यटन का जिक्र करते हुए कहा कि ये जम्मू-कश्मीर की संपत्ति हैं तथा इनके विकास का पूरा प्रयास होना चाहिए। मोदी ने कहा, हमने लददाख को अपनी सौर उर्जा नीति के केंद्र में रखना है। अब आप खरीदी गई उर्जा पर निर्भर नहीं रहेंगे। अब आप सौर उर्जा से पैदा होने वाली बिजली पर जीवन गुजारेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सभी हिमालयी प्रांतों के विकास के लिए बड़े पैमाने पर जैविक खेती सहित विशेष परियोजनाओं की योजना बना रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे जम्मू-कश्मीर में पार्टी संगठन के लिए काम करने का मौका मिला। मैं अक्सर राज्य का दौरा करता रहता था। मैं उन समस्याओं के बारे में जानता हूं जिसका सामना जनता कर रही है। मैं उनकी भूमि की शक्ति के महत्व को जानता हूं। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब प्रधानमंत्री कभी इस राज्य का दौरा नहीं करते थे, लेकिन वह (मोदी) अब तक यहां दो बार आ चुके हैं।

Updated : 12 Aug 2014 12:00 AM GMT
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