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पोस्टमार्टम हाउस को पोस्टमार्टम की दरकार

बिजली, पानी व सफाई व्यवस्था न होने से चिकित्सकों को पोस्टमार्टम करने में होती है परेशानी

डबरा । अनुविभाग क्षेत्र मेें दुर्घटनाओं व अन्य घटनाओं में मारे जाने वाले लोगों, लावारिश हालत मिलने वाले शवों के कारणों का पता लगाने के लिए किये जाने वाले शव परीक्षण हेतु नगर में नगर पालिका की देख रेख में पोस्टमार्टम हाउस बनाया गया है। लगभग 10 वर्ष पूर्व बनाये गये पोस्टमार्टम हाउस में तमाम अव्यवस्थाओं के चलते वर्तमान में इसे पोस्टमार्टम की दरकार है। लेकिन इसका जीर्णाेद्धार करने के लिए न तो नगर पालिका तैयार है और न ही स्वास्थ्य विभाग, दोनों विभागों की खींच तान के चलते शव परीक्षण करने वाले डॉक्टर को तमाम परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। अव्यवस्थाओं के चलते जहां शवों की दुर्दशा होती है वहीं पीएम मेंं चूक होने की संभावना भी रहती है।
दुर्घटनाओं के साक्ष्य के लिए शव परीक्षण (पोस्टमार्टम) रिपोर्ट अहम होती है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आधार पर ही कई मामले पुलिस सुलझा लेती है। कानूनी प्रक्रिया के पालन में पोस्टमार्टम एक अहम साक्ष्य है। इसलिए संबंधित शव का परीक्षण पुलिस द्वारा कराया जाता है। पोस्टमार्टम में हुई चूक से मौत के कारणों के साथ साक्ष्य भी प्रभावित हो सकते हैं। नगर में रामगढ़ मुक्तिधाम के निकट बने पोस्टमार्टम हाउस में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध न होने से पीएम करने वाले चिकित्सक को अनेक परेशानियां आती हैं उनसे शव परीक्षण के दौरान चूक होना लाजमी है। पोस्टमार्टम हाउस में व्याप्त असुविधाओं के संबंध में मैडीकल ऑफीसरों द्वारा कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है। लेकिन यहां पर संसाधन जुटाने के लिए न तो पुलिस गम्भीर है और न ही नगर पालिका जिससे यहां पर अव्यवस्थाएं हावी हैं।
नहीं है बिजली पानी की व्यवस्था
यहां पोस्टमार्टम हाउस में बिजली, पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है। वहीं बारिश और सर्दी के दिनों मेें तंग कमरे में रोशनी न पहुंच पाने से डॉक्टरों को अंधेरे में पोस्टमार्टम करना पड़ता है। वहीं पानी की व्यवस्था न होने से शव परीक्षण के बाद शव बिच्छेदन कक्ष को साफ करने में सफाई कर्मचारियों को परेशानी आती है। वहीं बिजली के अभाव में पंखा न चलने से गर्मी के दिनों में बिच्छेदन के लिए रखे शव बदबू मारने लगते है। वहीं डॉक्टर को पसीना बहाकर पीएम करना पड़ता है।
नहीं होती साफ सफाई
नगर पालिका के अधीन पीएम हाउस में महीनों से साफ सफाई नहीं कराई गई है जबकि सफाई की जिम्मेदारी नगर पालिका की है। सफाई न होने से पीएम हाउस के अंदर ही नहीं बाहर भी गंदगी व्याप्त है। कपड़ों के ढेर आसपास बिखरे हुए हैं। वहीं शव विच्छेदन कक्ष में जाले लग रहे हैं।
हैण्डपम्प से लाना पड़ता है पानी
शव परीक्षण के बाद शव बिच्छेदन कक्ष को साफ व धोने के लिए कर्मचारी को हैण्डपम्प से पानी लाना पड़ता है यहां पर नल कनेक्शन तो है लेकिन पानी का दबाब कम होने से पानी यहां नहीं चढ़ पाता है। ऐसे में यहां रखी सीमेंट की टंकी में यहां पदस्थ कर्मचारी हैण्डपम्प से पानी से पानी लाकर टंकी को भरता है इसके बाद पोस्टमार्टम हो पाता है।
शवों को रखने की नहीं है व्यवस्था
लावारिश हालत में मिले शव या दुर्घटना में मारे जाने वाले व्यक्ति के परिजनों के आने के इंतजार तथा शव की शिनाख्ती के लिए रखे जाने वाले शवों को रखने की व्यवस्था भी पोस्टमार्टम हाउस पर नहीं है। जिससे शवों की दुर्दशा होती है। पोस्टमार्टम हाउस में शिनाख्ती के लिए शव रखने के लिए फ्रीजर की व्यवस्था भी नहीं है।

इनका कहना
पोस्टमार्टम हाउस में बिजली और पानी की व्यवस्था नगर पालिका द्वारा कराई गई है बिजली और नल का कनेक्शन भी पोस्टमार्टम हाउस में है। बिजली और पानी की व्यवस्था के संबंध में आज तक कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर किसी प्रकार की समस्या है तो संबंधित अधिकारी हमें सूचित करं हम व्यवस्थाएं दुरूस्त करवा देंगे।
अनिल दुबे,
सीएमओ नगर पालिका डबरा


Updated : 20 May 2014 12:00 AM GMT
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