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आपने कलम को ही झाड़ू में बदल दिया: मोदी

आपने कलम को ही झाड़ू में बदल दिया:  मोदी
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नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से कहा कि वह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के साथ अपने पुराने संबंधों को और अधिक मजबूत बनाना चाहते हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यालय में वरिष्ठ संपादकों एवं पत्रकारों से मुलाकात के दौरान मोदी ने कहा कि एक समय था जब वह पार्टी के कार्यालय में कुर्सियां खिसकाते हुए मीडियाकर्मियों से बिना किसी रोक-टोक के मुखातिब होते थे। पत्रकारों को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने कहा कि देश के भविष्य के निर्माण में मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले माना जाता था कि सारी जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की है, अब सोच यह है कि हम और आप मिलकर काम करेंगे।
उल्लेखनीय है कि दिवाली मंगल मिलन कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की पत्रकारों से पहली सार्वजनिक मुलाकात है। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री अरुण जेटली, सूचना-प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर के साथ ही भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान स्वच्छता अभियान में मीडिया की भागीदारी को सराहा और जनता में जागरूकता फैलाने के लिए आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तक आप लोगों के साथ मेरा बड़ा ही गहरा नाता था। मैं आप लोगों के इंतजार में यहां कुर्सियां लगाया करता था। वो दिन भी कुछ और थे। खुलकर बातें होती थीं। काफी दोस्ताना संबंध रहा आप सबसे। उसका लाभ मुझे गुजरात में मिला। मैं भी कुछ रास्ता खोज रहा हूं कि आप सबसे पुराने जैसा गहरा नाता कैसे बने। समय का सदुपयोग आप सबके बीच कैसे हो।
मोदी ने कहा कि पिछले करीब एक महीने से स्वच्छता पर कई आर्टिकल पढ़ रहा हूं। सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हो रही है। कई ऐसे कॉलम राइटर भी होंगे जो पहली बार सफाई पर लिख रहे होंगे। इसे एक राष्ट्रीय कर्तव्य मान कर सब इस काम में जुड़े हैं। मीडिया के माध्यम से सरकारों को भी जागना पड़ा है। आपने अपनी कलम को झाड़ू में बदल दिया है।
कोई ऐसा आर्टिकल नहीं पढ़ा जिसमें नागरिकों को सीधा प्रेरित करने का संदेश न रहा हो वरना आजादी के बाद एक माहौल बन गया था कि सबकुछ सरकार करेगी लेकिन अब ये माहौल हो गया है कि सब मिलकर काम करेंगे। आप सबका ऋण स्वीकार करता हूं। ऐसा लगता है कि ये बात बहुत बड़े पैमाने पर फैलती जाएगी। प्रधानमंत्री के अकेले हाथ में झाड़ू लेने से काफी नहीं है बल्कि सब मिलकर करते रहें ये बहुत बड़ी बात है। भारत के लिए इतना भी हम करें वो भी अपने आप में काफी है।

Updated : 25 Oct 2014 12:00 AM GMT
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