आधार कार्ड हो गया 'लिंक' तो देने होंगे पूरे पैसे
ग्वालियर | ऐसे उपभोक्ता जिनका आधार कार्ड उनके बैंक खाते और गैस कनेक्शन से लिंक हो गया है उन्हें अब गैस सिलेण्डर (14.2 किलो) के पूरे पैसे चुकाने होंगे। इसी के साथ उपभोक्ता के बैंक खाते में गैस सिलेण्डर की सब्सिडी दो किश्तो में पहुंच जाएगी। वहीं दूसरी और ऐसे उपभोक्ता जिनका आधार कार्ड लिंक नहीं हुआ है उन्हें 31 मार्च तक सब्सिडी युक्त सिलेण्डर मिलता रहेगा। इसके बाद भी अगर आधार कार्ड लिंक नहीं होता है, तो उपभोक्ता को पूरी कीमत पर रसोई गैस सिलेण्डर लेना होगा। जिन उपभोक्ताओं का आधार कार्ड नहीं बना है या बनकर नहीं आया है उन्हें तीन माह का समय दिया गया है।
सरकार द्वारा उपभोक्ताओं को एक वर्ष में सब्सिडीयुक्त नौ सिलेण्डर प्रदान किए जा रहे हैं। इसके बाद उपभोक्ताओं को दसवां रसोई गैस सिलेण्डर पूरे दामों पर खरीदना होगा। इसी क्रम में उपभोक्ताओं को केवल 9 सिलेण्डरों पर सब्सिडी दो चरणों में मिलेगी। मिली जानकारी के अनुसार प्रथम चरण में उसके खाते में नंबर बुक होते ही लगभग 435 रुपए जमा कर दिए जाएंगे। इसके बाद सिलेण्डर डिलीवर होने के उपरांत शेष राशि को उसके खाते में जमा कर दिया जाएगा। वर्तमान में एक घरेलू सिलेण्डर की कीमत 462.50 रुपए है और बिना सब्सिडी वाले सिलेण्डर की कीमत 1100 रुपए बहुत अधिक है।
एक साथ देने पड़ेंगे दो गुना से अधिक कीमत
एक जनवरी के बाद से उपभोक्ताओं को गैस सिलेण्डर की पूरी कीमत लगभग 1100 रुपए से अधिक हॉकर को देनी होगी। शहर में कई उपभोक्ता ऐसे भी हैं जिनके पास एक साथ इतने पैसे नहीं होते। गैस सिलेण्डर लेने के पहले उपभोक्ताओं को सबसे पहले इतनी राशि का इंतजाम करना होगा उसी के बाद गैस सिलेण्डर लिया जा सकता है।
हर माह तय होते हैं सिलेण्डर के दाम
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां औसत आयातित लागत तथा डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर के आधार पर गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों के दाम हर महीने की एक तारीख को संशोधित करती हैं।
नहीं हैं बैंक खाते
आज भी कई लोग ऐसे हैं जिनके बैंक खाते नहीं हैं लेकिन उनके नाम से रसोई गैस सिलेण्डर है। अब ऐसे उपभोक्ता बैंको में अपना खाता खुलवाने के लिए भटक रहे हैं। इसके लिए उन्हें कई दस्तावेज और खाता खुलवाने के लिए 500 से 1000 रुपए तक की व्यवस्था करनी होगी।