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हेरोइन बरामदगी मामले में अब तक विजेंदर से कोई पूछताछ नहीं

हेरोइन बरामदगी मामले में अब तक विजेंदर से कोई पूछताछ नहीं
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चंडीगढ़। पंजाब के जीरकपुर में 130 करोड़ रुपये की 26 किलो ग्राम हेरोइन बरामदगी के संबंध में ओलंपिक मेडल विजेता विजेंदर की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। परंतु जांच अधिकारियों ने अभी तक विजेंदर से पूछताछ के इरादे जाहिर नहीं किए हैं। ड्रग बरामदगी के कई दिन बीत चुके हैं पर विजेंदर से अभी तक कोई सवाल जवाब नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार, अभी तक केस का विजेंदर से कोई सीधा संबंध सामने नहीं आया है। पुलिस ज्‍यादा रुचि ड्रग रैकेट को संचालित करने वालों को गिरफ्तार करने में दिखा रही है। हालांकि, इस केस में विजेंदर के पास न तो कोई ड्रग बरामद किए गए हैं और न ही तस्‍करी में शामिल होने के कोई सबूत अब तक पाए गए हैं। ऐसे में कानून के अनुसार, उनके बच निकलने की संभावना अधिक है। फतेहगढ़ साहिब के एसएसपी ने बताया कि हम पूछताछ के लिए विजेंदर को बुलाएंगे। हालांकि इस समय हमारी जांच का केंद्र इस मामले में अन्य तस्करों को पकड़ना है। उन्होंने कहा है कि हम इस मामले में तीन-चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे, इसके बाद ही हम विजेंदर पर ध्यान लगाएंगे। एनआरआई अनूप सिंह काहलों के चंडीगढ़ स्थित घर से 26 किलो हेरोइन बरामदगी के बाद अभी तक इस केस में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। उधर, हरियाणा पुलिस भी ड्रग बरामदगी मामले में विजेंदर का नाम सामने आने के बाद नजर रख रही है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, क्राइम ब्रांच में एसपी स्‍तर के एक अधिकारी इस केस में पंजाब पुलिस के साथ निरंतर संपर्क में हैं।गौरतलब है कि विजेंदर के साथी राम सिंह को राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) से बाहर कर दिया गया क्योंकि उन्होंने स्वीकार किया कि उसने इस स्टार मुक्केबाज के साथ ड्रग्स का सेवन किया था। पुलिस ने एक अन्य आरोपी सुनील कात्याल को लुधियाना से गिरफ्तार किया जो ड्रग की ‘शुद्धता और गुणवत्ता’ की जांच करता था। इससे इस मामले में गिरफ्तार व्यक्तियों की कुल संख्या बढ़कर सात हो गई है। पंजाब पुलिस में हैडकांस्टेबल और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के सुपर हैवीवेट वर्ग के पूर्व पदक विजेता राम सिंह ने फतेहगढ़ साहिब में स्वीकार किया कि उसने कुछ मौकों पर विजेंदर सिंह के साथ ड्रग्स ली थी, इसके बाद उन्हें एनआईएस से निलंबित कर दिया गया। एनआईएस के कार्यकारी निदेशक एलएस राणावत ने कहा कि राम को शिविर से रिलीव कर दिया जाएगा। हरियाणा पुलिस में डीएसपी 27 वर्षीय विजेंदर ने इस प्रकरण में जुड़े होने या ड्रग लेने से सिरे से इनकार कर दिया है।

Updated : 11 March 2013 12:00 AM GMT
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