Home > Archived > मेघों ने भी किया शिव अभिषेक

मेघों ने भी किया शिव अभिषेक

मेघों ने भी किया शिव अभिषेक
X

ग्वालियर। श्रावण मास के अंतिम सोमवार को जहां पूरा शहर शिव भक्ति में मग्न रहा$img_title वहीं आसमान में घुमड़ रहीं काली घटाओं ने भी दोपहर में झमाझम पानी बरसा कर बाबा भोले भण्डारी का अभिषेक किया। दोपहर से शाम तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। बावजूद इसके शिव मंदिरों पर भक्तों की कतारें लगी रहीं। अचलेश्वर मंदिर पर इस दौरान भारी भीड़-भाड़ के बीच महिलाओं की चेन खींचने का प्रयास कर रहीं दो युवतियों सहित एक जेबकतरे को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। चूंकि आज श्रावण मास का अंतिम सोमवार था इसलिए भक्तों के लिए ब्रह्म मुहूर्त में तड़के 4 बजे ही शिवालयों के पट खोल दिए गए। इसी के साथ शिव भक्तों द्वारा देवाधिदेव महादेव का अभिषेक करने का सिलसिला शुरू हो गया, जो देर रात्रि तक जारी रहा। बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में पहुंचे भक्तों ने गंगाजल, दूध, दही, चावल, शहद, गन्ने का रस आदि से भोले भण्डारी का अभिषेक करने के साथ वेल पत्र, धतूरे, अकौआ के पुष्प आदि चढ़ाकर अपने घर परिवार की सुख-समृद्धि के लिए बाबा भोलेनाथ से कामना की। शहर के प्रमुख मंदिरों में रूद्राभिषेक, महा रूद्राभिषेक और भजन-कीर्तनों के आयोजन भी किए गए। शिव मंदिरों में दिन भर 'भोला तेरी बम और ú नम: शिवायÓ महामंत्र की गूंज सुनाई देती रही। आज शहर के अचलेश्वर, कोटेश्वर, गुप्तेश्वर, चकलेश्वर, भूतेश्वर, कलिकेश्वर, नलकेश्वर, जलकेश्वर, मारकण्डेश्वर, मोटे महादेव एवं शिव शक्ति मंदिर आदि शिवालयों में दिन भर भक्तों का मेला लगा रहा।
अचलेश्वर महादेव मंदिर
यहां तड़के चार बजे से ही शिव भक्तों की कतारें लगना शुरू हो गईं। यहां बड़ी संख्या में पहुंचे भक्तों ने भगवान अचलनाथ का अभिषेक किया। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। मंदिर प्रबंधन की ओर से भक्तों को प्रसाद का वितरण दिन भर जारी रहा। मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर प्रात: से शाम तक बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित रहा। सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर परिसर में 10 क्लोज सर्किट कैमरे लगाने के साथ पुलिस बल भी तैनात रहा।
भक्तों की सुरक्षा के लिए यहां सुरक्षा व्यवस्था कितनी चौकस थी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां सुरक्षा व्यवस्था में तैनात कार्यकर्ताओं ने चेन खींचने एवं जेब काटने का प्रयास करते हुए दो युवतियों और एक युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
कोटेश्वर महादेव मंदिर
तड़के चार बजे मंदिर के पट खोले गए। इसी के साथ शिव अभिषेक का सिलसिला प्रारंभ हो गया, जो देर रात्रि तक जारी रहा। यहां सुबह से देर रात तक भक्तों की भारी भीड़ रही। हजारों की संख्या में पहुंचे भक्तों ने गंगाजल, दूध, दही, शहद आदि से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया।
गुप्तेश्वर महादेव मंदिर
तड़के चार बजे मंदिर के पट खुलने के बाद भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बाद जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, वैसे-वैसे भक्तों की भीड़ भी भी बढ़ती गई। यहां मंदिर प्रबंधन द्वारा भक्तों को प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी की गई। सुरक्षा की दृष्टि से यहां पुलिस बल भी तैनात रहा। 

Updated : 31 July 2012 12:00 AM GMT
Next Story
Top