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राशन व केरोसिन वितरण की हर  माह जांच करने के निर्देश

भिण्ड | जिले में शासकीय उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से उपभोक्ताओं को बंटने वाले राशन एवं मिट्टी तेल वितरण की वास्तविक स्थिति की पड़ताल करने के जिलाधीश अखिलेश श्रीवास्तव ने जिला आपूर्ति अधिकारी को कड़े निर्देश दिए है। जिलाधीश श्रीवास्तव ने इस आशय के निर्देश विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक में दिए। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बीएल अहिरवार भी मौजूद थे।
जिलाधीश ने अधिकारियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि शासकीय उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से हर महीने नियमित रूप से उपभोक्ताओं को राशन और मिट्टी का तेल प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में बच्चों को मध्यान्ह भोजन भी नियमित रूप से मिलना चाहिए। इसकी जांच-पड़ताल भी समय-समय पर की जानी चाहिए। उन्होंने महिला एंव बाल विकास अधिकारी से कहा कि वे इस बात की पड़ताल करे कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों को नियमित रूप से पोषण आहार मिल रहा है या नहीं। उन्होंने आदिम जाति कल्याण विभाग को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि शिक्षण संस्थाओं को समय पर छात्रवृत्ति की राशि पहुंच जाए। उन्होंने कहा कि अब तक जिन शिक्षण संस्थाओं को छात्रवृत्ति की राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है, उन्हें तत्काल यह राशि उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने पशु चिकित्सा सेवाएं विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि इस बात की शिकायतें मिल रही है कि पशु चिकित्सक ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण नहीं कर रहे है। उन्होंने निर्देश दिए कि पशु चिकित्सक ग्रामीण क्षेत्रों का नियमित रूप से भ्रमण कर पशु पालकों को अपनी सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधीश ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि सभी क्षेत्रों में आरोग्य केन्द्र स्थापित हो जाएं। उन्होंने सभी आरोग्य केन्द्रों के खाते खुलवाने के भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने प्रसव पूर्व पंजीयन एवं पंजीयन पश्चात प्रसव की स्थिति के बारे में भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से पूछताछ की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत डिपो होल्डरों के पास जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए और यह बात ग्राम वासियों को भी पता होनी चाहिए कि डिपो होल्डरों के पास कौन-कौन से दवाईयां रखी हुई हैं। साथ ही डिपो होल्डरों के घर के बाहर भी उनके यहां दवाईयां रखी होने की सूचना लिखवाई जानी चाहिए।
जिलाधीश ने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि यद्यपि जिले में शुरूआती वर्षा हो चुकी है। किंतु इसका आशय यह नहीं है कि इससे सभी गांवों का जल स्तर बढ़ गया है। उन्होंने कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए कि जिन गांवों का जल स्तर नहीं बढ़ा है, वहां के ग्रामवासियों के लिए परिवहन के जरिए पेयजल की पूर्ति करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि कहीं भी ग्रामवासियों को पीने के पानी की किल्लत का सामना ना करना पड़े। उन्होंने जिले में खाद एवं बीज की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए कहा कि किसानों को उनकी जरूरत के मुताबिक खाद एवं बीज उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने सहायक संचालक कृषि से कहा कि जिन क्षेत्रों में डीएपी की कमी है उनके लिए सुपर फास्फेट मंगवाकर रखवाया जाए, ताकि किसानों को डीएपी की कमी न खले। उन्होंने जिले में अब तक हुई बोनी की जानकारी लेते हुए सहायक संचालक कृषि को निर्देश दिए कि वे हाल ही में हुई वर्षा के मद्देनजर काश्तकारों को फसलों की बोनी के संबंध में उपयोगी तकनीकि मार्गदर्शन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

Updated : 20 July 2012 12:00 AM GMT
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