भारत-पाक शृंखला की फिलहाल जरूरत नहीं : गावस्कर
मुंबई | पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट बोर्ड के भारत-पाक द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध बहाल करने के फैसले की आलोचना की क्योंकि उनका मानना है कि पाकिस्तान मुंबई आतंकी हमले की जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। मुंबई में 2008 को आतंकी हमले के बाद द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध खत्म कर दिए गए थे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इन्हें बहाल करने के लिए हाल के महीनों में बीसीसीआई को मनाने के लिए कई प्रयास किए। गावस्कर ने कहा, ‘‘मुंबई का होने के कारण मुझे लगता है कि जबकि दूसरी तरफ से किसी तरह का सहयोग नहीं हो रहा है तो फिर इसकी क्या जरूरत थी।’’ गावस्कर को इसके साथ ही लगता कि भारत आगामी सत्र में काफी क्रिकेट खेलेगा और एक अन्य शृंखला से क्रिकेटरों पर केवल दबाव बढ़ेगा। भारत को अभी श्रीलंका दौरे पर जाना है जिसके बाद वह न्यूजीलैंड से घरेलू शृंखला में खेलेगा। श्रीलंका में होने वाले ट्वेंटी-20 विश्व कप के बाद इंग्लैंड की टीम चार टेस्ट मैच और दो ट्वेंटी-20 खेलने के लिये भारतीय दौरे पर आएगी। इसके बाद वह क्रिसमस के लिए स्वदेश लौटेगी और फिर 11 जनवरी से शुरू होने वाली पांच एकदिवसीय मैचों की शृंखला खेलने के लिये वापस आएगी। गावस्कर ने कहा, ‘‘मेरी पहली प्रतिक्रिया यही है कि खिलाड़ियों को इंग्लैंड की शृंखला के बीच में जो समय मिलेगा उसमें उन्हें विश्राम मिलना चाहिए था। वे नवंबर-दिसंबर में इंग्लैंड से खेलेंगे लेकिन अब उन्हें सांस लेने की फुरसत भी नहीं मिलेगी। खिलाड़ियों को अपनी चोटों से उबरने और बेहतर बनने के लिये समय चाहिए।’’ भारत के एक अन्य पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी ने हालांकि प्रस्तावित शृंखला का स्वागत किया और कहा कि यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। बेदी ने कहा, ‘‘यह दिलचस्प होगा कि पाकिस्तानी अपनी घरेलू शृंखला भारत में खेलेगा। यह दोनों देशों के लिए काफी मायने रखता है। यह जो दिलचस्पी और सदभावना जगाएगी वह बहुत अधिक होगी। यह सही दिशा में उठाया गया कदम है।’’
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानी टीम को चैंपियन्स लीग ट्वेंटी-20 में आमंत्रित किए जाने में मेरी ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी। मेरी ज्यादा दिलचस्पी दोनों देशों के एक दूसरे के खिलाफ खेलने में थी।’’ इस बीच पूर्व पाकिस्तानी कप्तान जहीर अब्बास ने भारत पाक के क्रिकेटिया रिश्ते बहाल होने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, ‘‘सबसे अच्छा उपचार खेलना है। कम से कम देश क्रिकेट देखने में व्यस्त रहेगा। भारत पाक के रिश्ते क्रिकेट के लिए अच्छे होंगे। दोनों देशों को प्रत्येक साल क्रिकेट खेलनी चाहिए। यह बहुत अच्छा संकेत है।’’