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भोपाल की अटल किसान महापंचायत में उमड़ी लाखों किसानो की भीड़

भोपाल की अटल किसान महापंचायत में उमड़ी लाखों  किसानो की भीड़
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भोपाल | राजधानी का सबसे बड़ा मैदान भी आज किसानों की भारी भीड़ के चलते undefinedछोटा पड़ गया। प्रदेष भर के कोने-कोने से आये किसान मैदान के बाहर सड़कों पर खड़े देखे गये। भाजपा के आयोजकों को ढ़ाई लाख किसानों के आने का अनुमान था, लेकिन यहं संख्या बढ़कर तीन लाख से उपर पहुंच गयी। किसानों की इस ऐतिहासिक भीड़ को केन्द्रीय नेताओं ने महाकंुभ बताया और किसानों को प्रणाम किया। इतनी बड़ी संख्या में किसानों को देखकर भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेताओं नितिन गड़करी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अनंत कुमार ने प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान एवं प्रदेष अध्यक्ष प्रभात झा की जमकर तारीफ की। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नितिन गड़करी ने कहा कि केन्द्र में कांगे्रसनीत यूपीए सरकार हर मोर्चे पर नकारा साबित हुई है। केन्द्र सरकार ने किसान और गांव को वित्तीय संस्थाओं का बंधक बना दिया है। देष में खाद कंपनियों ने कांग्रेस के सरंक्षण मं खाद की कीमतों में तीन गुना 555 रू. से 1272 रू. प्रति बोरी की मूल्य वृद्धि करके किसानों की कमर तोड़ दी है। आजादी के 65 वर्षो मंेसाढे पांच दषक कांग्रेस सत्ता में रही है। गरीबी हटाने के नारे दिये, लेकिन कांगे्रस गरीब, गांव, किसान और मजदूर के साथ नहीं वह काॅरपोरेट और शोषण करने वाली शक्तियों के साथ खड़ी दिखाई देती है। उन्होनें मध्यप्रदेष सरकार को देष में अग्रणी सरकार बताते हुए कि जहां केन्द्र सरकार ने किसानों की कमर तोड़ी हैं, वही षिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने किसानों का हौंसला बढ़ाया है और मध्यप्रदेष में गांव, गरीब, किसान और मजदूर राज्य सरकार की योजनाओं की धुरी बनकर सषक्तिकरण की ओर बढ़ रहे है। मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष प्रभात झा ने अटल किसान महापंचायत के अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गड़करी, वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह, अनंत कुमार, सुषमा स्वराज, नरेन्द्र सिंह तोमर, थावरचंद गेहलोत, डाॅ. सत्यनारायण जटिया, तनवीर अहमद, फग्गनसिंह कुलस्ते, ओमप्रकाष धनकड़, सतपाल मलिक तथा अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर नितिन गड़करी ने भाव-विभौर होकर कहा कि उन्हें मध्यप्रदेष सरकार, मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेष संगठन एवं उसके मुखिया प्रभात झा की कर्मठता और क्रांतिकारिता पर गर्व है, वे बधाई के पात्र है। इसी तरह के नेतृत्व के बल पर भारतीय जनता पार्टी देष में राजनैतिक परिवर्तन की कल्पना करते हुए रामराज्य की स्थापना की अपेक्षा करती है। उन्होनें केन्द्र की किसान विरोधी नीतियों की कड़े शब्दों में भत्र्सना करते हुए कहा कि सरकार को सत्ता में बने रहने का हक नहीं है। भारतीय जनता पार्टी जल्द ही राजनाथ सिंह के नेतृत्व में आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी और राज्यों में किसान विरोधी नीतियों के विरोध में सषक्त आंदोलन किया जायेगा। गड़करी ने कहा कि अटलजी की सरकार में दूरदर्षिता थी। उन्होनें देष के साढ़ै 6 लाख गांवो को जोड़कर सड़क क्रांति का सपना देखा था। नदियों को जोड़कर सूखा और बाढ़ से मुक्ति की रूपरेखा बनाई थी। किसानों, गरीबों और मजदूरों को सामाजिक आर्थिक सुरक्षा देने का कार्यक्रम बनाया था। सवाल उठता है कि कांगे्रस ने इस तरह की रचनात्मक सोच विकसित क्यों नहीं की। कांगे्रस सत्ता में बने रहने के लिए नई रोषनी आई है, सोनिया जी लायी है के नारों में ही उलझी रही। मध्यप्रदेष को बीमारू राज्य की श्रेणी से निकालकर यहां 12 प्रतिषत विकास दर अंकित किया जाना और कृषि की विकास दर 18 प्रतिषत लाना वास्तव में क्रांतिकारी पहल है। जिससे भरोसा होता है कि 2013 में प्रदेष में भाजपा की सरकार और 2014 में केन्द्र में एनडीए की सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता है।
किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ है- सुषमा स्वराज
अटल किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा कि अटल किसान महापंचायत में उमड़ते जनसमूह और उसमें उत्साह को देखते हुए संकेत मिलता है कि तीसरी बार मध्यप्रदेष में किसानों के समर्थन से षिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में सरकार का गठन होगा। उन्होनें किसान को अर्थव्यवस्था की रीढ़ के रूप में सषक्त किया है। कृषि को लाभकारी बनाने के लिए मध्यप्रदेष में उल्लेखनीय कार्य हुये है। खाद्य सुरक्षा को सषक्त बनाने का काम मध्यप्रदेष में माॅडल के रूप में किया गया है। पर्याप्त उत्पादन के लिए सिंचन क्षमता का 7 लाख हैक्टेयर से 22 लाख हैक्टेयर में विस्तार किया गया है। जहां 48 लाख मीट्रिक टन का उपार्जन हुआ था इस वर्ष 85 लाख मीट्रिक टन गेंहू की समर्थन मूल्य पर खरीदी करके मध्यप्रदेष ने केन्द्रीय पूल में अग्रणी भागीदारी की है। उन्होनें केन्द्र सरकार और कांगे्रस को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि कदम-कदम पर अवरोध उत्पन्न करना और प्रदेष की प्रगति में अडंगा लगाना उनका शगल है। उन्होनें कहा कि आगामी संसद के सत्र में किसानों की समस्याओं को लेकर आक्रोष मुखर किया जायेगा। मध्यप्रदेष का किसान अपने को असमर्थ और अकेला न समझे भारतीय जनता पार्टी किसानों के पीछे चट्टान की तरह खड़ी है। उन्होनें खाद मूल्य वृद्धि को वापस लेने की केन्द्र से मांग करते हुए कहा कि केन्द्र को हठीला रवैया छोड़कर मध्यप्रदेष सरकार के रचनात्मक कार्यक्रम में सहयोग करना चाहिए। समर्थन मूल्य पर खरीद के समय केन्द्र सरकार ने बारदाना संकट पैदा करने की साजिष की, लेकिन मध्यप्रदेष समर्थन मूल्य पर खरीदी में कीर्तिमान बनाने में अव्वल रहा। कांगे्रस और केन्द्र की साजिष सड़क से संसद तक वेनकाब हुई।
किसान की समृद्धि और ग्रामीण विकास की अवधारणा
अटलजी की देन - राजनाथ सिंह
वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने मध्यप्रदेष में सरकार की क्रांतिकारी नीतियों और संगठन की गतिषीलता के लिए षिवराज सिंह चैहान और प्रभात झा को बधाई देते हुए कहा कि मध्यप्रदेष में कृषि की विकास दर को 18 प्रतिषत पहुंचाना भारतीय कृषि के इतिहास में एक नया कीर्तिमान हैं। यह सत्ता और संगठन के समन्वय का परिणाम है। प्रदेष को जिस तरह क्रांतिकारी नेतृत्व षिवराज सिंह चैहान ने दिया है उसी तरह भाजपा संगठन को तेजतर्रार प्रदेष अध्यक्ष के रूप में कर्मठ राजनेता प्रभात झा का नेतृत्व प्राप्त हुआ है। उन्होनें कहा कि यदि मध्यप्रदेष के नेतृत्व जैसी अनुभूति केन्द्र सरकार की सत्ता में बैठे हुकुमरानों को प्राप्त हो जाये तो देष का नक्षा बदला जा सकता है। भारत को विष्व शक्ति बनने से कोई रोक नहीं सकता। राजनाथ सिंह ने कहा कि आजाद भारत में गांव, गरीब, किसान और मजदूर की वास्तविक पीड़ा सबसे पहले अटलबिहारी वाजपेयी ने समझी और सत्ता में आने के बाद गांव को सड़को से जोड़कर विकास की रोषनी पहुंचाने का काम किया। देष में अटलजी ने गरीबों को 2 रू. किलों गेहूं और 3 रू. किलों चावल देने का विचार धरातल पर उतारा। मध्यप्रदेष में 72 लाख किसानों को क्रेडिट कार्ड दिये जाना किसानों के प्रति सम्मान की भावना का प्रतीक है। उन्होनें कहा कि मध्यप्रदेष में बाढ़, सूखा की दषा में किसानों को क्षतिपूर्ति दिये जाने की व्यवस्था की है। केन्द्र सरकार को इसका अनुसरण करना चाहिए। कृषि आमदनी बीमा योजना पर अमल किया जाना चाहिए। इसकी अवधारणा यह है कि बुआई के पहले हर एकड़ की आमदनी का आंकलन किया जाये और उसका बीमा हो। उत्पादन नहीं मिलने की दषा में किसानों को भरपाई की जाये। उन्होनें कहा कि सही भारत अट्टालिकाओं में नहीं गावों में बसता है। उन्होनें कहा कि षिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में सरकार और प्रभात झा के नेतृत्व में संगठन में जो विष्वास जनता ने व्यक्त किया है यह महापंचायत और जनसमूह उसका साक्षी है। इसे देखते हुए लगता है कि 2014 में दिल्ली में एनडीए की सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता है।
2013 में भी षिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में प्रदेष में
किसानों की सरकार बनेगी - अनंत कुमार
अटल किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेष प्रभारी अनंत कुमार ने कहा कि यह किसान महापंचायत देष की सबसे बड़ी महापंचायत है। जो काम कांगे्रस आजादी के बाद नहीं कर पाई, गत 8 वर्षो में डाॅ. मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी नही कर पाये वह मध्यप्रदेष षिवराज सिंह चैहान ने करके दिखा दिया है। इससे साबित हो गया कि मध्यप्रदेष में गांव, गरीब, किसान और मजदूर की सरकार है। प्रदेष में रिकार्ड तोड़ कृषि उत्पादन हुआ और किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिष्चित करने में राज्य सरकार सफल रही है। मध्यप्रदेष में सरकार के विचार का केन्द्र बिन्दु गरीब, मजदूर और किसान है। उन्होनें प्रदेष भर से आये किसानों के उत्साह की सराहना करते हुए आव्हान किया कि आने वाले 2013 मंे प्रदेष में षिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में किसानों की सरकार का गठन करें और 2014 लोकसभा चुनाव में यूपीए की सरकार को उखाड़ फेंके।
स्वागत भाषण में प्रदेष अध्यक्ष प्रभात झा ने प्रदेष के अन्नदाताओं का नमन करते हुए कहा कि 16 जून 2012 का दिन किसान इतिहास मंे अमर हो गया है। जब 15 जून को प्रदेष का मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान खाद के मूल्यों में तीन गुना वृद्धि किये जाने के विरोध में केन्द्र सरकार की खिलाफत में 24 घंटे के उपवास पर बैठे थे और किसानों को दूसरे दिन संबोधित करते हुए षिवराज सिंह चैहान ने मध्यप्रदेष मंे जीरों प्रतिषत ब्याज पर फसल कर्ज देने की घोषणा की थी। खाद मूल्य वृद्धि के कारण किसानों के घावों पर मरहम लगाते हुए षिवराज सिंह चैहान ने दो बातें कही थी। पहली तो यह कि जीरों प्रतिषत ब्याज पर 1 अप्रैल 2012 से ही फसल कर्ज देने की व्यवस्था होगी और दूसरी बात यह कि केन्द्र की किसान विरोधी नीतियों के विरोध में भारतीय जनता पार्टी और सरकार तटस्थ दर्षक बनकर नहीं बैठी रहेगी। प्रभात झा ने कहा कि मध्यप्रदेष में 5 विधानसभा उपचुनाव और नगरीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक विजय हासिल हुई है। नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी को 79 प्रतिषत वनवासियों के वोट प्राप्त हुये है। यह षिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में क्रांतिकारी नीतियों के अमल का नतीजा है। षिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में पार्टी 2013 में विधानसभा और 2014 में लोकसभा चुनाव में शानदार विजय हासिल करेगी। केन्द्र मंे एनडीए सरकार के गठन का रास्ता मध्यप्रदेष से आगे बढ़ेगा।
गरीब, मजदूर एवं किसान मुख्यमंत्री का भगवान है - षिवराज सिंह चैहान
अटल किसान महापंचायत के अवसर पर किये गये अभिनंदन के अवसर पर षिवराज सिंह चैहान ने मर्मस्पर्षी स्वागत से अभिभूत होकर प्रदेष के किसानों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी और भरोसा दिलाया कि प्रदेष में अब तक किसानों के हित मंे जो भी काम किये गये है वह पड़ाव है, मंजिल नहीं है। हमें किसानों के हित में बहुत काम करना है। खाद की बढ़ी हुए कीमतें वापस कराने के लिए केन्द्र सरकार को विवष किया जायेगा। विधानसभा में मूल्य वृद्धि वापसी के लिए संकल्प लाया जायेगा।
षिवराज सिंह चैहान ने राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गड़करी को स्वप्नदृष्टा और कर्मठ व्यक्तित्व का धनी बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में प्रदेष को शक्ति और प्रोत्साहन मिला है। दिल्ली सरकार के षड़यंत्रों को नाकाम करने का साहस भी हमें मिला है। मध्यप्रदेष के किसानों ने भी बारदाना संकट के समय अभूतपूर्व धैर्य का परिचय दिया है। केन्द्र की फसल बीमा योजना को किसान हितैषी बनाने के लिए संसोधन की आवष्यकता है। मध्यप्रदेष में फसल बीमा की इकाई अब किसान की जमीन-जोत को बनाकर लाभकारी बनाया गया है। टपक सिंचाई के लिए 80 प्रतिषत अनुदान देने का प्रावधान किया है। उन्होनें किसानों को भरोसा दिलाया है कि गरीबों की आंखो में उन्हें भगवान के दर्षन होते है। उन्होनें केन्द्र सरकार के सामने तीन प्रमुख मांगे प्रस्तुत की। खाद के दाम कम किये जाये, बीज उत्पादन पर 1000 रू. क्विंटल की सब्सीडी बहाल की जाये और पाले को प्राकृतिक आपदा में शामिल किया जाये। उन्होनें कहा कि मध्यप्रदेष सरकार ने 14 हजार करोड़ रू. पाला पीड़ित किसानों को बांटे थे लेकिन केन्द्र सरकार ने फूटी कौड़ी नहीं दी। उलटे कपास के निर्यात पर रोक लगाकर किसानों का अहित किया। किसानों के लिए सामाजिक आर्थिक सुरक्षा दी जाये। बुढ़ापे में किसान को पेंषन का हकदार बनाया जाये। खाद और कृषि के लिए केन्द्र नीति बनाये तदर्थ काम बंद करें।
शिवराज देष के किसानों की आवाज बनकर उभरे- नरेन्द्र सिंह
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि षिवराज सिंह चैहान देष में किसानों की आवाज बनकर उभरें है। उन्होनें कहा कि देष में किसानों की आवाज चैधरी चरणसिंह और देवीलाल ने मुखरित की थी लेकिन लंबे समय से इसमें ठहराव आ गया था। मध्यप्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने प्रदेष और देष के किसानों को आवाज दी है और नई दिषा दी है। उन्होनें कहा कि अटल किसान महापंचायत षिवराज सिंह चैहान के प्रति आभार व्यक्त करने और केन्द्र सरकार के खिलाफ किसानों के आक्रोष व्यक्त करने का सार्थक मंच बना है। उन्होनें बताया कि प्रभात झा ने केन्द्र से तीन मांगे सटीक रखी है जिनमें 1 प्रतिषत ब्याज पर कर्ज, किसान की समस्याओं को लेकर संसद का विष्ेाष सत्र बुलाया जाये और मध्यप्रदेष की तर्ज पर केन्द्र सरकार गेंहू की खरीद पर 100 रू. क्विंटल विषेष बोनस दें। सभा को राष्ट्रीय महामंत्री थावरचंद गेहलोत ने भी संबोधित किया।
अटल किसान महापंचायत का संचालन प्रदेष महामंत्री नंदकुमार सिंह चैहान ने किया। इस अवसर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा, कैलाष जोषी, कैलाष सांरग, प्रदेष संगठन महामंत्री अरविन्द मेनन, सांसद कप्तान सिंह सोलंकी, माखन सिंह चैहान, विक्रम वर्मा, डाॅ. सत्यनारायण जटिया, वरिष्ठ मंत्री बाबूलाल सहित मंत्रिमंडल के सभी सदस्य, संगठन के पदाधिकारी, सांसद, विधायक एवं प्रदेष पदाधिकारीगण उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रदेष भर से आए 3 लाख से अधिक किसानों ने अटल महापंचायत में भाग लेकर केन्द्र सरकार के विरूद्ध एकजुटता दिखायी।
अटल किसान महापंचायत के अवसर पर भाजपा नगर भोपाल के जिला अध्यक्ष आलोक शर्मा का भव्य अभिनंदन किया गया और उनकी कर्मठता, परिश्रम व लगनषीलता के लिए उनकी सराहना की गई। उनकी टीम भावना की सराहना की गयी। अटल किसान महापंचायत के समापन के अवसर पर आलोक शर्मा ने व्यवस्था में लगे कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, नगरनिगम, शासकीय कर्मियों का आभार व्यक्त किया और प्रदेष भर से आये किसान भाईयों के समर्थन के लिए कृतज्ञता ज्ञापित की।

षिवराज को हल भेंट

अटल किसान महापंचायत के अवसर पर नितिन गड़करी के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकारियों, किसान मोर्चा के पदाधिकारियों और प्रदेष पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान को हल भेंटकर उनका भव्य अभिनंदन किया गया। प्रभात झा ने स्मृति चिन्ह अतिथियों को भेंट किये। किसानों के वरिष्ठ नेता सतपाल मलिक, ओमप्रकाष धनकड़, बंषीलाल गुर्जर तथा अन्य पदाधिकारियों नें षिवराज सिंह चैहान की किसान हितैषी नीतियों के लिए उनका आभार प्रदर्षन किया।

किसान महापंचायत में घोषणा

मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने आज जंबूरी मैदान में जुटे 3 लाख से अधिक किसानों के समक्ष वादा किया कि वे खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होनें घोषणा की कि कृषि कार्य करते हुए किसी किसान की मौत पर अीाी 50 हजार रू. मिलते थे, उसे बढ़ाकर अब 1 लाख रू. किया जायेगा। किसान की गंभरी बीमारी पर इलाज का सारा खर्चा सरकार उठायेगी। सिंचाई सुविधा बढ़ाने के लिए ट्यूब वैल के लिए अभी तक 24 हजार रू. दिये जाते थे उसे बढ़ाकर अब 40 हजार रू. किया जायेगा और इस पर अनुदान भी दिया जायेगा। गौवंष बढ़ाने के हर संभव प्रयास किये जायेंगें। गेंहू की तरह धान की समर्थन मूल्य की खरीद पर 100 रू. बोनस प्रदेष की सरकार देगी। मुख्यमंत्री की घोषणा का किसान महाकुंभ में पहुंचे किसानों ने स्वागत किया।



Updated : 15 July 2012 12:00 AM GMT
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