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फिजूल खर्ची से तौबा, शिक्षा पर बल

शिवपुरी। गुर्जर समाज के ख्याति प्राप्त संत हरिगिर महाराज की समाजोत्थान की पहल आखिरकार रंग लाई। गुर्जर समाज की सावरकर पार्क में रविवार को आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में फिजूल खर्ची पर लगाम लगाने का निर्णय लिया गया। वहीं समाज सुधार के लिए शिक्षा पर विशेष बल दिया गया। श्यामबिहारी जी के मुख्य अतिथ्यि और अखिल भारतीय गुर्जर महापंचायत के जिलाध्यक्ष अवतार सिंह गुर्जर की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में राजनैतिक दलों पर गुर्जर समाज की उपेक्षा का आरोप भी लगा। समाज के अनेक लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि राजनैतिक दल वोटों की राजनीति के तहत गुर्जर समाज का दोहन तो करते हैं, लेकिन विभिन्न दलों के सत्ता और संगठन में गुर्जर समाज की उपेक्षा की जाती है। इस बैठक में सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने का निर्णय लिया गया वहीं शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु जिला मुख्यालय शिवपुरी में छात्रावास बनाने का फैसला भी लिया गया। यही नहीं समाज के लोगों ने बैठक में ही छात्रावास हेतु तुरत-फुरत 21 लाख रुपए का चंदा कर लिया। गुर्जर महापंचायत के जिलाध्यक्ष अवतार सिंह गुर्जर ने बताया कि छात्रावास निर्माण में धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। समाज में शिक्षा के प्रसार हेतु छात्रावास का निर्माण अत्यंत आवश्यक है। विदित हो कि विगत वर्ष संत हरिगिर महाराज ने जिले में गुर्जर समाज की बैठक आयोजित कर समाज बंधुओं से मृत्यु भोज पर रोक लगाने की मांग की थी। संत हरिगिर महाराज का कहना था कि गुर्जर समाज में मृत्यु भोज एक बड़ी सामाजिक बुराई है और मृत्यु भोज पर गरीब व्यक्ति भी पांच-पांच लाख रुपए तक खर्च कर देता है। अपनी हैसियत से बाहर जाने के कारण उसकी आर्थिक स्थिति गड़बड़ा जाती है और वह खुद अपनी असामयिक मौत का इंतजाम कर लेता है। हरिगिर महाराज ने गुर्जर समाज में शिक्षा का प्रकाश फैलाने का भी आग्रह किया था और इसी की अभिव्यक्ति गुर्जर समाज की बैठक में देखने को मिली। बैठक में छत्रपाल सिंह गुर्जर, जण्डेल सिंह गुर्जर, त्रिलोक सिंह कंषाना, श्यामबिहारी गुर्जर, राजेन्द्र सिंह गुर्जर, संतोष सिंह गुर्जर, रणवीर गुर्जर आदि ने काफी प्रभावी ढंग से अपने विचार रखे। वक्ताओं का कहना था कि समाज उत्थान हेतु कुरीतियों को समाप्त करना अत्यंत आवश्यक है। वहीं सामाजिक बंधुओं में एक दूसरे के प्रति अपनत्व, भाईचारे और एकता की भावना होनी चाहिए। तोरन सिंह फौजी, अमर सिंह कोटिया, सुघर सिंह फौजी, संतोष सिंह बैसला, सरवन सिंह गुर्जर, त्रिलोक सिंह कंषाना, पदम सिंह गुर्जर, सरनाम सिंह गुर्जर, पंजाब सिंह गुर्जर, फतेह सिंह गुर्जर, हरिसिंह गुर्जर और सीताराम सिंह गुर्जर ने गुर्जर समाज के विकास में अशिक्षा को प्रमुख बाधा बताया और कहा कि जब तक समाज का बच्चा-बच्चा शिक्षित नहीं होगा तब तक समाज का विकास नहीं होगा और गुर्जर समाज हमेशा शोषण का शिकार होता रहेगा। राजनैतिक दल अपने फायदे के लिए गुर्जर समाज का उपयोग करते रहेंगे, लेकिन कभी उसे सत्ता में उचित प्रतिनिधित्व नहीं देंगे। इस पर सामाजिक बंधुओं ने एक मत से शिवपुरी में छात्रावास बनाने का निर्णय लिया जिसमें जिला मुख्यालय पर पढ़ाई हेतु आने वाले गुर्जर समाज के विद्यार्थियों को रहने, खाने-पीने और संरक्षण की सुविधा मिलेगी।


Updated : 7 Feb 2012 12:00 AM GMT
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