Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > वाराणसी > अब विदेशों में भी बिखरेगी काशी के फूलों की खुशबू

अब विदेशों में भी बिखरेगी काशी के फूलों की खुशबू

खाड़ी देशों को भेजी गुलाब के फूल की पहली खेप, सब्जी, मटर के साथ गन्ने का भी सैंपल भेजा गया

अब विदेशों में भी बिखरेगी काशी के फूलों की खुशबू
X

वाराणसी। काशी के फूलों की ख़ुशबू अब विदेशों में भी बिखरेगी। वाराणसी से पहली बार गुलाब के फूल खाड़ी देश को भेजे गए। इसके अलावा मटर की खेप और अन्य सब्जियों के साथ गन्ने का सैंपल भी भेजा जा रहा है। मंगलवार को 3.5 मीट्रिक टन कृषि उत्पाद लाल बहादुर शास्त्री अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाराणसी से खाड़ी देश को निर्यात किया गया। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के चेयरमैन अभिषेक देव ने मंगलवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उत्तर प्रदेश सरकार और एपीडा के सहयोग से पूर्वांचल की सब्जियां, फल और फूलों का लगातार निर्यात किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 561 मीट्रिक टन से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 के आठ महीनों में 598 मीट्रिक टन का निर्यात किया गया। योगी सरकार बिचौलियों को हटाकर किसानों को उद्यमी बना रही है। पूर्वांचल के उद्यमी किसान अब निर्यातक बन रहे हैं। पूर्वांचल के खेतों से निकला ताजा गुलाब मंगलवार को खाड़ी देश के लिए निर्यात किया गया। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने वाराणसी में एफपीओ के साथ एक बैठक भी की। एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने ताज़े गुलाब के फूलो की खेप को हरी झंडी दिखाकर खाड़ी देश (यूएई) के लिए रवाना किया। पूर्वांचल क्षेत्र की अग्रणी निर्यातक कंपनी एवं किसानों के समूह ने निर्यात किया। एपीडा के चैयरमैन ने बताया कि उत्तर प्रदेश वित्त वर्ष 2022-23 में 18991.43 करोड़ रुपये के साथ पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक राज्य था। एपीडा के अथक प्रयासों से मात्र आठ माह (अप्रैल 23 - 23 सितंबर) में 10620 करोड़ रुपये का कृषि निर्यात कर तीसरा पायदान हासिल करने में सफल रहा है । वित्तीय वर्ष 2023-24 में गुजरात 27434.61 करोड़ रुपये के कृषि निर्यात के साथ पहले एवं महाराष्ट्र 19899.12 करोड़ रुपये के कृषि निर्यात के साथ दूसरे स्थान पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ के 'वोकल फॉर लोकलÓ और 'आत्मनिर्भर भारतÓ के आह्वान को ध्यान में रखते हुए एपीडा स्थानीय स्तर पर प्राप्त कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। जो 2019 में लगभग शून्य निर्यात से बढ़कर वर्ष 2023-24 के केवल आठ महीनों में 598 मीट्रिक टन हो गया है। वाराणसी में एलबीएसआई हवाई अड्डे से नवंबर 2023 में मासिक

100 मीट्रिक टन से अधिक अभूतपूर्व कृषि

निर्यात हुआ है।

यूपी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में नए, स्वदेशी और जीआई टैग वाले कृषि उत्पादों को निर्यात करने के लिए निर्बाध प्रयास किए गए हैं। विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पाद जैसे ताजे फल और सब्जियां (हरी मिर्च, आम, भिंडी, आलू, सिंघाड़ा, करौंदा, केला, जिमीकंद, कुंदरू, लौकी, परवल, अरवी, अदरक आदि), गेंदे का फूल, चावल आदि को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात किया गया है। जो वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए पूर्वांचल की क्षमता को प्रदर्शित करता है।

Updated : 19 Dec 2023 9:05 PM GMT
author-thhumb

City Desk

Web Journalist www.swadeshnews.in


Next Story
Top