Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > अन्य > बलरामपुर: जर्जर सड़क पर चलने को मजबूर हैं राहगीर, विभाग के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों ने भी मूंदी आंखे

बलरामपुर: जर्जर सड़क पर चलने को मजबूर हैं राहगीर, विभाग के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों ने भी मूंदी आंखे

जर्जर सड़क ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। बार-बार शिकायत के बाद भी जनप्रतिनिधि व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

बलरामपुर: जर्जर सड़क पर चलने को मजबूर हैं राहगीर, विभाग के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों ने भी मूंदी आंखे
X

बलरामपुर। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का प्रदेश सरकार का दावा केवल छलावा साबित हो रहा हैं। ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत बनी ग्राम छितरपारा से दुधरा होते हुए गैड़ास बुजुर्ग मुख्यालय जाने वाला संपर्क मार्ग इसका उदाहरण है। जर्जर सड़क ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। बार-बार शिकायत के बाद भी जनप्रतिनिधि व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

डुमरियागंज मुख्य मार्ग से लगभग छह किमी लंबा संपर्क मार्ग एक दशक से जर्जर अवस्था में है। यह छितरपारा व दुधरा गांव को जोड़ती है। इसी से होकर ग्रामीण ब्लाक, अस्पताल व तहसील मुख्यालय आते जाते हैं। गांव के राजेश, अनिल ,सुरेश, वेद प्रकाश, रक्षा राम, संजय ,नानबाबू मेवालाल आदि ने बताया कि सड़क एक दशक से खराब है। सड़क गड्ढे का रूप ले चुकी है। पांच किमी की दूरी तय करने में आधे घंटे का समय लग जाता है। लोग जर्जर सड़क पर आवागमन करने को मजबूर हैं। बरसात के दिनों में स्थिति और भी दयनीय हो जाती है।

सड़क की बदहाल स्थिति को जनप्रतिनिधि सहित विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीण आज भी सड़क निर्माण की आस लगाए बैठे हैं। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजेश गुप्ता ने कहा कि जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से मिलकर मुख्य मार्ग से गांव को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग को बनाए जाने का मांग किया जाएगा।

Updated : 27 May 2021 5:13 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Lucknow

Swadesh Digital contributor help bring you the latest article around you


Next Story
Top