लखनऊ: अस्थाई कोविड हाॅस्पिटल निर्माण के लिए एक्शन में डीआरडीओ
डीआरडीओ टीम के क्वार्डिनेटर मनीष भरद्वाज यहां शनिवार सुबह गोल्डन ब्लॉसम रिजॉर्ट पहुंचे। उनके साथ स्थानीय जिला प्रशासन की टीम भी मौजूद थी।
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लखनऊ: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की टीम शनिवार को चिनहट अयोध्या मार्ग स्थित गोल्डन ब्लाॅसम रिजाॅर्ट व कानपुर रोड स्थित हज हाउस का दौरा किया। यहां 600 बिस्तरों वाले दो अस्थाई कोविड अस्पताल का निर्माण किया जाना है।
कोरोना के कारण हालात काफी बिगड़ने के बाद लखनऊ के सांसद व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजधानी में चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की पहल की है।
डीआरडीओ टीम के क्वार्डिनेटर मनीष भरद्वाज यहां शनिवार सुबह गोल्डन ब्लॉसम रिजॉर्ट पहुंचे। उनके साथ स्थानीय जिला प्रशासन की टीम भी मौजूद थी। टीम ने पूरे रिजाॅर्ट का दौरा किया। किस स्थान पर अस्पताल बनेगा। डाॅक्टर की टीम कहां रहेगी। मेडिकल स्टाॅफ कैसे काम करेगा। मरीजों की चिकित्सकीय सुविधाएं सहित अन्य कई पहलुओं पर बारीकी से मंथन किया गया। जर्मन हैंगर तकनीकी से अस्थाई अस्पताल का निर्माण कराया जायेगा।
डीआरडीओ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसके लिये साजो-सामान दिल्ली और बेंगलुरु यहां जल्द पहुंचने वाला है। सामान आते ही यहां काम शुरु हो जायेगा और हफ्तेभर में अस्थाई अस्पताल बनकर तैयार हो जायेगा। अस्पताल को सेना की मेडिकल कोर टीम सम्भालेगी। चिकित्सकीय सेवाओं के लिए डीआरडीओ टीम द्वारा मध्य कमान मुख्यालय के आर्मी कोर से संपर्क किया जा रहा है।
9 बेड पर एक शौचालय : चिनहट अयोध्या मार्ग स्थित गोल्डन ब्लाॅसम रिजार्ट में बनने जा रहे अस्थाई कोविड अस्पताल में बेड की संख्या डीआरडीओ टीम के मानक अनुसार होगा। जगह चिन्हित करने के बाद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के लिये 250 बेड तैयार किया जायेगा। 9 कोविड मरीजों पर एक शौचालय का निर्माण होगा।
डाॅक्टर, मेडिकल स्टाॅफ के लिये अलग व्यवस्था रहेगी। ड्यूटी खत्म होने के बाद डाॅक्टर और मेडिकल स्टाॅफ को इसी रिजाॅर्ट में क्वारंटाइन करने की भी व्यवस्था होगी। डीआरडीओ मानक के अनुसार मरीज को हर डेढ़ घंटे में कुछ डाइड दिया जायेगा। यह अस्थायी अस्पताल अगले कुछ दिन में संचालित होने लगेंगे।
Swadesh Lucknow
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