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2035 तक हवाई क्षेत्र में विस्तार के साथ गुणवत्ता भी सुधरेगी : सुरेश प्रभु

2035 तक हवाई क्षेत्र में विस्तार के साथ गुणवत्ता भी सुधरेगी : सुरेश प्रभु
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जबलपुर। शहर का डुमना विमानतल अब अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त विमानतल होगा। एयरपोर्ट के उन्नयन के लिये 413 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले विकास कार्यों का शिलान्यास सोमवार को केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु, नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह द्वारा किया गया। इन विकास कार्यों के बाद जबलपुर एयरपोर्ट देश विदेश के उड्डयन मानचित्र पर तो आयेगा ही, यहां से नई उड़ानों का रास्ता भी खुलेगा।

शिलान्यास समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ। तत्पश्चात अतिथियों ने नई सुविधाओं के लिए शिलान्यास किया। समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने अपने संबोधन में कहा कि मध्यप्रदेश देश का हृदय स्थल है और म.प्र. का हृदय स्थल जबलपुर है। यदि जबलपुर में कोई भी विकास होता है तो उसका लाभ सभी को मिलता है। श्री प्रभु ने कहा कि एयरपोर्ट विस्तार से विकास के द्वार खुलेंगे क्योंकि हवाई सेवा के विकास से देश का विकास भी होता है।

उन्होंने कहा कि यदि हवाई अड्डा अच्छा होगा तो नई फ्लाइट भी आयेंगी और जबलपुर को इसका लाभ होगा। श्री प्रभु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने हवाई क्षेत्र में वह काम किया है जिससे आम लोग भी हवाई सेवा का लाभ ले सकें। हम 2035 तक का प्लान बना रहे हैं जिससे हवाई क्षेत्र का विस्तार के साथ- साथ उसकी गुणवत्ता भी सुधारी जा सके। श्री प्रभु ने कहा कि इस क्षेत्र में जितना निवेश 70 सालों में हुआ था उतना निवेश केवल हमने 4 सालों में किया है। प्रभु ने सांसद राकेश सिंह को इन विकास कार्यों के लिये बधाई देते हुए कहा कि मैं जबलपुर के लोगों को इस बात की बधाई देना चाहता हूं कि राकेश सिंह के जैसा आपने सांसद चुना है, जो लगातार आपकी समस्याओं और विकास के लिये प्रयास करते हैं।

नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि आज 413 करोड़ रूपये की लागत से जबलपुर विमानतल के उन्नयन हेतु विकास कार्यों का शिलान्यास किया जा रहा है। इसका श्रेय हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और प्रदेश के अध्यक्ष व आपके सांसद राकेश सिंह के प्रयासों को जाता है।

उन्‍होंने कहा कि राकेश लगातार मांग करते रहे हैं कि जबलपुर एयरपोर्ट में एक सुंदर टर्मिनल बने और मुझे कहते हुए प्रसन्नता है कि जबलपुर में एयरपोर्ट के विस्तार के साथ साथ आपको जबलपुर एवं महाकौशल की झलक इस एयरपोर्ट में देखने मिलेगी। श्री सिन्हा ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है सब उड़ें-सब जुड़े और हम इसी सपने को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि 2014 में जब हमारी सरकार बनी तब देश में 75 एयरपोर्ट थे और विगत 4 सालों में हमने देश में 27 एयरपोर्ट बनाये और आज 102 एयरपोर्ट पूरे देश में हैं। 2014 में जहां 6 करोड़ यात्री हवाई सेवा का लाभ ले रहे थे वहीं 4 वर्षों में हमने यह संख्या 12 करोड़ पहुंचाई है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो से दी बधाई

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर को मिली इस सौगात के लिये वीडियो संदेश के माध्यम से जनता को बधाई दी। श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर एयरपोर्ट का विकास संपूर्ण महाकौशल की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इसके लिये प्रदेश सरकार द्वारा 468 एकड़ भूमि भी उपलब्ध कराई गई है। चौहान ने अपने संदेश में कहा कि जबलपुर और महाकौशल के विकास में कोई कमी नहीं रहने दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने जबलपुर को मिली इस उपलब्धि का श्रेय सांसद राकेश सिंह को देते हुए कहा कि राकेश विजनरी लीडर हैं जो लगातार क्षेत्र के विकास के लिए प्रयासरत रहते हैं।

इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद राकेश सिह ने स्वागत भाषण में कहा कि आज जबलपुर के लिये ऐतिहासिक दिन है। इस सौगात के साथ जबलपुर ही नहीं संपूर्ण महाकौशल के लिये विकास के नये द्वार खुलेंगे। उन्‍होंने कहा कि हवाई सेवा कुछ सीमित लोगों के यातायात का साधन मात्र नहीं, अपितु इस क्षेत्र के विकास के मार्ग को खोलने का उपक्रम है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने उड़ान योजना के माध्यम से देश के हर एक क्षेत्र को हवाई सेवा से जोड़ने का काम किया है और जबलपुर सौभाग्यशाली है कि आज 413 करोड़ रुपये की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास हुआ है।

उन्‍होंने कहा कि जबलपुर एयरपोर्ट 1930 में सेना के उपयोग के लिए बनाया गया था। 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद पहली बार जबलपुर से दिल्ली की उड़ान प्रारंभ हुई जो कि जल्द ही बंद हो गई। इसके पश्चात 1997 में एयरइंडिया एवं एक प्राइवेट एयरलाइंस ने उड़ान प्रारंभ की, पर वो भी ज्यादा दिनों तक नहीं चली। सांसद सिंह ने कहा कि 2004 में जब मैं पहली बार सांसद बना तब जबलपुर एयरपोर्ट में आवारा पशु घूमा करते थे और हमने अपने दृष्टिपत्र में जबलपुर एयरपोर्ट के विकास को शामिल किया था। काफी प्रयासों के बाद यहां से विभिन्न एयरलाइन्स की उड़ाने शुरू हुईं।

सांसद ने कहा कि केन्द्र में हमारी सरकार बनने के पश्चात विमानन मंत्रालय का सकारात्मक सहयोग मिला और एयरपोर्ट विस्तार के लिये हमें इतनी बड़ी राशि की स्वीकृति प्राप्त हुई। इसके लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पूरा सहयोग मिला और प्रदेश सरकार ने बिना किसी शुल्क के एयरपोर्ट विस्तार हेतु भूमि उपलब्ध कराई। उन्‍होंने जबलपुर को मिली इस सौगात के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु, राज्यमंत्री जयंत सिन्हा एवं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के प्रति आभार जताते हुए जबलपुर की जनता को बधाई दी। श्री सिंह ने इंडिगो एयरलाइंस एयरलाइंस को अक्टूबर माह से शुरू होने वाली हैदराबाद-जबलपुर-अहमदाबाद उड़ान सेवा के लिए धन्यवाद दिया।

वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर हो एयरपोर्ट का नाम

जबलपुर एयरपोर्ट का नाम वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर हो इसके लिये राज्य मंत्रिमंडल ने प्रस्ताव पारित करके केन्द्र सरकार को भेजा है। सांसद ने समारोह में उपस्थित केन्द्रीय मंत्रीद्वय से प्रस्ताव पर सहमति के पश्चात डुमना एयरपोर्ट का नाम रानी दुर्गावती के नाम पर किए जाने का आग्रह किया।

Updated : 16 Aug 2018 7:59 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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