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अत्यधिक बारिश एवं नदी-नालों व बाँधों में पानी बढ़ने से जिले के लगभग दो दर्जन गाँव व मजरे-टोले प्रभावित

जिला प्रशासन के दलों द्वारा युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य जारी

अत्यधिक बारिश एवं नदी-नालों व बाँधों में पानी बढ़ने से जिले के लगभग दो दर्जन गाँव व मजरे-टोले प्रभावित
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ग्वालियर। पिछले दिनो से जारी अत्यधिक बारिश से ग्वालियर जिले से होकर गुजर रही सिंध व पार्वती नदी उफान पर हैं। साथ ही हरसी बांध सहित अन्य नदी-नालों से अत्यधिक जल बहाव हो रहा है। इससे जिले के लगभग दो दर्जन गाँव व मजरे-टोले प्रभावित हुए हैं। प्रभावित गाँवों व मजरे-टोलों में जिला प्रशासन के दलों द्वारा युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। जल भराव से प्रभावित गाँवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी ने भितरवार क्षेत्र में जल भराव से प्रभावित गाँवों में पहुँचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। साथ ही निर्देश दिए कि हर जरूरतमंद तक प्रशासन की मदद पहुँचाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक घाटीगाँव व मोहना क्षेत्र में भी पहुँचे। साथ ही हरसी बांध सहित अन्य जलाशयों का जायजा भी उन्होंने लिया।


अत्यधिक बारिश एवं नदी-नालों में पानी बढ़ने से विशेषकर ग्वालियर जिले के प्रमुखत: भितरवार तहसील के ग्राम प्रभावित हुए हैं। कलेक्टर श्री सिंह के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन, पुलिस, जिला पंचायत एवं राज्य आपदा प्रबंधन की टीमें प्रभावित गाँवों व मजरे-टोलों में राहत और बचाव कार्य अंजाम देने में जुटी हैं। साथ ही भारतीय सेना की टुकड़ी की मदद भी ली जा रही है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिये सीमा सुरक्षा बल की नावों को भी लगाया गया है।

जल भराव से प्रभावित गाँवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के साथ-साथ भोजन व दवाओं की भी पुख्ता व्यवस्था की गई है। स्थानीय ग्राम पंचायतों सहित रानीघाटी गौशाला व धूमेश्वर मंदिर परिसर सहित अन्य स्थानों पर प्रभावित लोगों के लिये भोजन की व्यवस्था की गई है।

बाढ़ प्रभावित गाँव एवं प्रभावित लोगों के लिये व्यवस्था -

अनुविभागीय राजस्व अधिकारी भितरवार अश्विनी राय एवं जिला पंचायत से प्राप्त बाढ़ प्रभावित ग्राम धोबट, लोढ़ी, कठौद व गधौटा गाँव के निवासियों को लखेश्वरी मंदिर एवं बाजना ग्राम में शिफ्ट किया गया है। इसी तरह ग्राम खेड़ा के लोगों को भोजला की पहाड़िया पलायछा, पवाया की निचली बस्ती के लोगों को पवाया गाँव के ही ऊँचे स्थानों पर पहुँचाया गया है। इसके अलावा डडूमर व मोहनगढ़ के लोगों को देवगढ़ के पंचायत भवन व स्कूल में शिफ्ट किए गए हैं। ग्राम सहारन व घाटखेरिया के लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया गया है। ग्राम खरगोली के लोगों को बागवई हाईस्कूल में शिफ्ट किया गया है। लुहारी निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के बाद धूमेश्वर मंदिर पवाया में भोजन व्यवस्था की गई है। ग्राम पलायछा व मसूदपुर निवासियों को गाँव के नजदीक भोजला की पहाड़िया, मछरिया व बांसोड़ी ग्राम के लोगों को भितरवार में सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है। इसी तरह श्यामपुर व धाकड़खिरिया के लोगों को करहिया पहाड़ पर शिफ्ट किया गया है। बसई गाँव के लोगों को केरूआ में शिफ्ट किया गया है। संबंधित ग्राम पंचायत के माध्यम से इन सभी के लिए भोजन की व्यवस्था कराई गई है। इनके अलावा आदमपुर, नजरपुर, खेड़ा भितरवार, नवीन बस स्टेण्ड बस्ती भितरवार, सांसन, बासोड़ी, जखवार, सिलहा, सिंघारन, इकहरा व गड़ाजर में भी जल भराव हुआ है। यहाँ के लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाकर भोजन-पानी सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।

Updated : 12 Oct 2021 10:38 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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