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रेलवे ने जारी किया ग्वालियर सहित 14 स्टेशनों के पुनर्विकास का टेंडर, 2 साल में बदल जाएगी तस्वीर

रेलवे ने जारी किया ग्वालियर सहित 14 स्टेशनों के पुनर्विकास का टेंडर, 2 साल में बदल जाएगी तस्वीर
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ग्वालियर। ग्वालियर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की लंबे से चल रही योजना अब जल्द ही धरातल पर उतरने वाली है। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने 14 स्टेशनों के लिए 5,000 करोड़ रुपये की निविदाएं जारी की हैं।जिसमें ग्वालियर स्टेशन के लिए 500 करोड़ रुपये, लखनऊ स्टेशन के लिए 475 करोड़ रुपये, तिरुपति स्टेशन के लिए 313 करोड़ रुपये और गया स्टेशन के लिए 300 करोड़ रुपये की लागत से टेंडर जारी किए गए हैं।


कंपनियां एक जून से अपने आफर डाल सकेंगी।15 जून को टेंडर खोला जाएगा। इसके बाद वर्क आर्डर जारी करने और काम शुरू होने में सितंबर-अक्टूबर तक का समय लगेगा। ठेका हासिल करने वाली कंपनी को 24 माह यानी दो साल के अंदर काम पूरा करना होगा।

53 स्टेशनों को ईपीसी मोड में पुनर्निर्माण -


रेलवे ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल को छोड़ पहले चरण में पुनर्विकास के लिए 53 स्टेशनों को ईपीसी मोड में पुनर्निर्माण के लिए चुना है। पहले चरण में चुने गए कुल 53 स्टेशनों के पुनर्निर्माण के लिए लगभग 15,000 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इस योजना के तहत विकसित होने स्टेशनों में कन्याकुमारी, एर्नाकुलम और कोटा में धनकारिया तालाब स्टेशन , तिरुपति, गया, पुरी, लखनऊ, ग्वालियर आदि स्टेशनों को चुना गया है।जहां बड़ी संख्या में पर्यटकों का आवागमन रहता हैआने वाले सालों में इन स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ बढ़ने का अनुमान है। जिसके चलते इन्हें पुनर्विकास के लिए चुना गया है।

टेंडर में रखी गई शर्त -



टेंडर में रखी गई शर्तों के अनुसार, इस प्रक्रिया में वहीँ कंपनियां भाग ले सकेंगी। जिन्हें कम से कम पांच साल का अनुभव हो साथ ही कंपनी ने न्यूनतम पांच हजार व्यक्ति प्रतिदिन क्षमता वाले स्टेशनों, मेट्रो स्टेशन, हवाई अड्डे के निर्माण में भाग लिया हो। इस टेंडर के तहत स्टेशन पुनर्विकास में यात्रियों को खरीदारी के प्रति आकर्षित करने के लिए व्यवसायिक क्षेत्र भी विकसित किया जाना प्रस्तावित है।

Updated : 27 May 2022 1:49 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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