ग्वालियर में लेट आ रही गाड़ी, लोग सड़क और गलियों में कचरा फेंकने को मजबूर
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ग्वालियर। नगरीय क्षेत्र के 66 वार्डों में रहने वालों के घरों तक वक्त पर डोर-टू-डोर कचरा वाहन नहीं पहुंच पा रहा। औसतन रोज 20 से 25 प्रतिशत वाहन 30 मिनट से डेढ़ घंटा लेट डिपो से निकल रहे हैं। ऐसा ही हाल रविवार को रहा। निगम की ग्वालियर, दक्षिण और पूर्व डिपो से वाहन वक्त पर नहीं निकले। तीनों डिपो मे सबसे ज्यादा लेटलतीफी दक्षिण विधानसभा में है। वक्त पर नहीं पहुंचने की वजह से लोगों को कचरा सडक़ों पर फेंकना पड़ा। शहर में ऐसे हालात तब बन रहे हैं, जब स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के सर्वे जल्द शुरु होने वाला है।
100 प्रतिशत कचरा घरों से कलेक्शन करने के लिए 225 तक वाहन चलाने का दावा किया जा रहा है। रविवार को करीब-करीब 75 प्रतिशत एरिया को वाहनों ने कवर किया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि 25 प्रतिशत एरिया से कचरा कलेक्शन घरों से नहीं हो सका। निगम ने हाल में ही कुछ वाहन नए भी खरीदे हैं। तब भी समय पर वाहनों को जिम्मेदार अफसर नहीं निकल पा रहे हैं। इस कारण से रोज सडक़ों पर 100-150 टन कचरा पड़ा रह जाता है।
सुबह 6:50 से निकलते हैं वाहन
निगम ने डिपो में खड़े तैयार वाहनों के निकलने का समय तय कर रखा है। सुबह 6:50 बजे से वाहन निकलना शुरू कर देते हैं। इसके बाद 8 बजे तक वाहन निकलते रहे हैं। लेकिन कुछ वाहनों के लेट निकलने से कचरा कलेक्शन में दिक्कतें आ रही है।
वाहनों में लगा है जीपीएस
निगम ने सीएसआर फंड से 10 लाख रुपए खर्च कर पुराने और नए वाहनों से जीपीएस लगा हुआ है। निगम के जानकारों का कहना है कि जीपीएस से मॉनीटरिंग तो हो रही हैं, लेकिन चालकों पर कसावट नहीं होने से डिपो से वाहन नहीं निकल पा रहे है। क्योंकि चालक देरी से आने का कोई न कोई बहाना बना देते हैं।
ये समस्याएं आ रहीं सामने
-100 प्रतिशत घरों से कचरा कलेक्शन नहीं।
-लेट वाहन होने से लोग कचरा सडक़ों पर फेंक रहे।
-सडक़ों और गलियों में कई स्थानों पर कचरा पड़ा दिखता है।
-रात के वक्त भी कचरा बाजारों से कलेक्ट नहीं हो रहा है।
स्वदेश डेस्क
वेब डेस्क