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ग्वालियर में टूटा 11 साल का रिकार्ड, शुक्रवार को पारा 45.2 डिग्री के पार

शनिवार को भी ग्वालियर सहित अंचल में लू चलने के आसार

ग्वालियर में टूटा 11 साल का रिकार्ड, शुक्रवार को पारा 45.2 डिग्री के पार
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ग्वालियर। ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश जिले इन दिनों भीषण गर्मी और लू की चपेट में हैं। शुक्रवार को 45.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ ग्वालियर में अपै्रल की गर्मी ने पिछले 11 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। इससे पहले ग्वालियर में 17 अपै्रल 2010 को सर्वाधिक अधिकतम तापमान 45.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार को राजगढ़, खजुराहो, नौगांव सबसे गर्म रहे जहां अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शनिवार को भी मौसम इसी प्रकार गर्म बना रहेगा, जबकि रविवार से अधिकतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होगा।

मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं होने से मौसम शुष्क बना हुआ है। साथ ही राजस्थान की ओर से लगातार गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को भी मौसम शुष्क रहा जिससे सूरज के तेवर काफी गर्म बने रहे। साथ ही छह किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं। जिससे अधिकतम तापमान पिछले दिन की तुलना में 0.2 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 45.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो औसत से 3.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है। सूरज की भीषण तपन और गर्म हवाओं के चलते दोपहर में लू की स्थिति बनी रही।

भीषण गर्मी का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि सुबह 8.30 बजे ही तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस पर था जबकि पूर्वान्ह 11.30 बजे 42.6, मध्यान्ह 2.30 बजे 44.8, शाम 5.30 बजे 42.8 डिग्री सेल्सियस पर था। पिछले दिन की तुलना में आज न्यूनतम तापमान भी 1.8 डिग्री सेल्सियस उछाल के साथ 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम है। स्थानीय मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि शनिवार को भी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही टिका रहेगा, लेकिन रविवार एक मई से तापमान में गिरावट की संभावना है क्योंकि सोमवार दो मई एक पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है जो पश्चिमी हिमालय के मौसम को प्रभावित करेगा। दो से चार मई तक इसका आंशिक प्रभाव ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अन्य हिस्सों में भी नजर आएगा। इस दौरान बादल छाए रह सकते हैं जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट होगी।

Updated : 29 April 2022 5:06 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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