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ग्वालियर चंबल अंचल बना राजनीतिक अखाड़ा, भाजपा और कांग्रेस की जोर आजमाइश

प्रदेश की 230 विधानसभाओं में ग्वालियर चंबल अंचल की 34 विधानसभा सीटों की अहम भूमिका रहती है।

ग्वालियर चंबल अंचल बना राजनीतिक अखाड़ा, भाजपा और कांग्रेस की जोर आजमाइश
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ग्वालियर। विधानसभा चुनाव में लगभग साढ़े चार माह शेष हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस द्वारा ग्वालियर चंबल अंचल में अपनी अपनी ताकत झोंक दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार ग्वालियर चंबल अंचल का दौरा एवं रैलियां कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया जोर आजमाइश में लगे हुए हैं। वहीं 21 जुलाई को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा की सभा की तैयारियां की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश की 230 विधानसभाओं में ग्वालियर चंबल अंचल की 34 विधानसभा सीटों की अहम भूमिका रहती है। वर्ष 2018 के चुनाव में इसी क्षेत्र से कांग्रेस को मिली सफलता के कारण वह सरकार बनाने में सफल रही थी। यही कारण है कि दोनों ही प्रमुख दलों ने ग्वालियर चंबल अंचल में फोकस कर रखा है। बीते रोज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्गी राजा के गृह नगर राधौगढ़ में धावा बोल दिया। यहां मुख्यमंत्री ने कई योजनाओं की घोषणा की। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को बिना नाम लिए बंटाधार नाम दिया। दोनों ही नेताओं ने पिता-पुत्र पर जमकर हमला बोला। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से दिग्विजय सिंह एवं उनके पुत्र जयवर्धन सिंह ग्वालियर अंचल में बार-बार दौरा कर रहे हैं। इसी गुट के माने जाने वाले पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को भी ग्वालियर अंचल का प्रभारी बनाया गया है वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह एवं फूल सिंह बरैया को भी जिम्मेदारियां दी गई है। यही कारण है कि इस बार भाजपा ने उनके राधौगढ़ के किले को ध्वस्त करने की योजना बनाई है। इसी दृष्टि से मुख्यमंत्री और श्री सिंधिया राधौगढ़ पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने खोला योजनाओं का पिटारा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लाडली बहना योजना की घोषणा के बाद गरीब, किसान एवं युवाओं के लिए भी नई-नई घोषणाएं की गई है। इसी के साथ लाडली बहनों के खाते में दूसरी किस्त के एक एक हजार रुपए 10 जुलाई को डाले जाएंगे। हालांकि इसकी काट के लिए कमलनाथ ने भी नारी सम्मान के नाम पर महिलाओं को डेढ हजार, गैस सिलेंडर 500 रुपए एवं 200 यूनिट बिजली फ्री देने की घोषणा कर रखी है।

प्रियंका की सभा की तैयारियां

इधर दो रोज पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ग्वालियर आकर 21 जुलाई को प्रियंका वाड्रा गांधी की सभा के लिए कसावट की। उन्होंने ग्वालियर चंबल अंचल के बड़े नेताओं की बैठकें लेकर भीड़ जुटाने के लिए कहा। कहां से कितनी भीड़ आएगी इसकी निगरानी नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह रखेंगे ताकि किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो सके। वैसे टिकट दावेदारों को कम से कम ढाई हजार की भीड़ लाने को कहा गया है ताकि एक लाख की भीड़ का लक्ष्य पूरा हो सके। पता लगा है कि प्रियंका वाड्रा 21 जुलाई को दोपहर 12 बजे महारानी लक्ष्मीबाई के प्रतिमा स्थल आएंगी। उसके बाद मेला मैदान पहुंचकर सभा लेंगी। यहां बारिश को देखते हुए दो बड़े डॉम बनाए जा रहे हैं। हालांकि जिला कांग्रेस ने अभी किसी तरह की तैयारी बैठक नहीं की है। बस मंडलम एवं ब्लॉक में बैठकें करने के निर्देश जरूर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सभा की तैयारियों के सिलसिले में 18 जुलाई से यही डेरा डालने वाले हैं।

Updated : 10 July 2023 1:00 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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