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गौशाला की बदहाल व्यवस्थाओं ने ली एक दर्जन गायों की जान, श्वानों ने शव नोंचे

गौशाला की बदहाल व्यवस्थाओं ने ली एक दर्जन गायों की जान, श्वानों ने शव नोंचे
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किसी को सूचना दिए बिना मृत गायों को जमीन में दबाया

ग्वालियर, न.सं.। मार्क अस्पताल परिसर में स्थित गौशाला में बदहाल व्यवस्थाओं के कारण गायों की जानें जा रही हैं। सर्दियों का मौसम आते ही गायों की मौत का आंकड़ा बढऩे लगा है। मृत गायों को परिसर में ही खुले में फेंकने के कारण शवों को श्वान नोंच-नोंच कर खा रहे हैं। गायों की मौत की सूचना मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंंच गए और नगर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। निगमायुक्त संदीप माकिन, एसडीएम पुष्पा पुषाम और नगर पुलिस अधीक्षक रामनरेश पचौरी मौके पर पहुंच गए। गायों की मौत से आक्रोशित बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने निगमायुक्त से उनकी देखभाल की मांग करते हुए टीन शैड, पानी के खनौटे बनवाने और अलाव जलाने की मांग की।

गोले का मंदिर चौराहा के पास स्थित मार्क अस्पताल परिसर में अस्थाई गौशाला संचालित होती है। गौशाला में सोमवार को आधा दर्जन के करीब मृत पड़ी गायों के शवों को अवारा श्वान नोंच-नोंच कर खा रहे थे। बजरंग दल के जिला मंत्री भरत राजपूत को इसकी सूचना मिली तो वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंच गए। अस्पताल परिसर में एक तरफ पेड़ों के नीचे गायें मरी पड़ी थीं, जबकि कुछ गायों को जमीन में दबाने के चिन्ह दिखाई दिए। गौशाला में बदहाल व्यवस्था के कारणों गायों की मौत से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सर्दी के मौसम में खुले आसमान में गायों की ठंड के कारण असमय मौत हो रही है। गौशाला की हालत इतनी दयनीय है कि बीमार गायों का उपचार करने की बजाय उन्हें मृत समझकर फेंक दिया जाता है, जबकि सच्चाई यह है कि उनकी सांस चल रही होती है। सोमवार को भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला। एक गाय को तड़प-तड़पकर दम तोडऩे के लिए कोने में फेंक दिया गया था। गौशाला में बजरंग दल कार्यकर्ताओं के हंगामे और नारेबाजी की खबर मिलते ही निगमायुक्त संदीप माकिन, एसडीएम पुष्पा पुषाम, सीएसपी रामनरेश पचौरी, गौशाला प्रभारी केशव सिंह चौहान एवं थाना प्रभारी हीरालाल चौाहन मौके पर पहुंच गए। संदीप निगमायुक्त माकिन ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि गायों को ठंड से बचाने के लिए अलाव जलाने की इस प्रकार की व्यवस्था की जाएगी कि वह आग की चपेट में न आएं, साथ की तिरपाल लगाई जाएगी और गायों का उचित उपचार करने के साथ ही उनकी समुचित देखभाल की जाएगी। आधा सैकड़ा के करीब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भविष्य में गायों की इस प्रकार दुर्दशा की पुनरावृत्ति नहीं होने की मांंग भी निगमायुक्त से की। बजरंग दल के कार्यकर्ता शाम छह बजे तक मौके पर ही डटे रहे और वरिष्ठ अधिकारियों से गौशाला में व्यवस्थाएं बेहतर करने और दोषियों के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने शिकायती आवेदन लेकर गायों की मौत के मामले की जांच-पड़ताल प्रारंभ कर दी है।

जमीन में दबी गायों को निकाला बाहर, कंकाल भी मिला


गौशाला में सोमवार को बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जब जमीन को खुदा हुआ देखा तो शंका हुई। जेसीबी से गड्ढा खुदवाने पर आधा दर्जन के करीब गायें और उनके कंकाल निकले। गौशाला की देखरेख करने वालों ने किसी को भी सूचना दिए गायों को जमीन में दबा दिया था। रविवार को नगर निगम की गाड़ी नहीं पहुंच पाने के कारण मृत गायों को वहीं पर ही फेंक दिया गया था।

बरसात में कीचड़, गर्मी में धूप, अब सर्दी बन गई काल

मार्क अस्पताल परिसर में गायों के लिए सर्दी का सीजन ही काल बनकर आया हो, ऐसा नहीं है। बरसात में कीचड़ और दलदल में गायें रहने को मजबूर रहती हैं तो वहीं गर्मी में चिलचिलाती धूप में उनको खुले आसमान में रहना पड़ता है। व्यवस्थाएं सुधरने का नाम ही नहीं ले रही हैं।

गौ तस्करों को खदेड़ा था कार्यकर्ताओं ने

पिछले दिनों बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने गौ तस्करों को गौशाला में घूमते हुए देखा था। पूछताछ करने पर संदिग्ध लोग गौशाला में घूमने का कोई सटीक कारण नहीं बता सके थे। उस समय भी बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन करते हुए चक्काजाम किया था।

Updated : 9 Dec 2019 11:30 PM GMT
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