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मप्र में धूमधाम से मना गणतंत्र दिवस, राज्यपाल ने कहा- आत्म-निर्भर बनाने का लें संकल्प

मप्र में धूमधाम से मना गणतंत्र दिवस, राज्यपाल ने कहा- आत्म-निर्भर बनाने का लें संकल्प
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भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास ही इक्कीसवीं सदी के मध्यप्रदेश का मूल मंत्र है। उन्होंने नागरिकों का आव्हान किया है कि सब मिलकर गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर जन-गण और तंत्र की भागीदारी से मध्यप्रदेश को आत्म-निर्भर, समृद्ध और विकसित राज्य बनाने का संकल्प लें। उन्होंने देश की स्वाधीनता और संप्रभुता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वालों के प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। उक्त बातें राज्यपाल पटेल ने बुधवार को राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कही।

प्रधानमंत्री के प्रति आभार ज्ञापित किया -

राज्यपाल पटेल ने प्रदेश की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि देश के जन-जन के हृदय में बसने वाले हमारे विजनरी प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी की चुनौती को प्रारंभ में ही भांप लिया था। दो वर्ष पूर्व जब पूरे विश्व पर कोरोना संकट के चलते भय, आशंका और निराशा के बादल छाए हुए थे, तब उन्होंने भारत में ही वैक्सीन विकसित करने के लिए टॉस्क फोर्स गठित की थी। "दवाई भी-कड़ाई भी" का नारा दिया। ये उनके सही समय पर लिए गए सही निर्णय, नेतृत्व एवं प्रेरक क्षमता का ही परिणाम था कि देश के वैज्ञानिकों ने कोरोना से बचाव का टीका सबसे कम अवधि में विकसित कर लिया। अब तक पूरे देश में टीके के 162 करोड़ से अधिक डोज लगाए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की असाधारण दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि मुफ्त त्वरित वैक्सीनेशन के कारण कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमित मरीजों में से मात्र 2 प्रतिशत मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ रही है। मरीज़ घर पर ही ठीक हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना नियंत्रण के प्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल को देशभर में सराहा गया है। टीकाकरण में भी प्रदेश अग्रणी बना। कोविड की तीसरी लहर पर नियंत्रण के लिये भी सरकार ने चाक-चौबंद व्यवस्थाएँ की हैं।

सकल घरेलू उत्पाद का रिकॉर्ड बनेगा -

राज्यपाल पटेल ने कहा है कि इस वर्ष राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक होना संभावित है, जो राज्य के इतिहास में नया अध्याय होगा। केंद्र सरकार ने बालाघाट जिले को मत्स्य-पालन के लिए प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया है। प्रधानमंत्री मत्स्य-संपदा योजना में इस वर्ष 20 हजार से ज्यादा हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।

8 हजार 412 ग्राम बारहमासी सम्पर्क से जुड़े -

राज्यपाल पटेल ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए 44 हजार 605 करोड़ रुपये की और अटल प्रगति-पथ की स्वीकृति दे दी है। भवनों के निर्माण में गति लाने के लिये मध्यप्रदेश भवन विकास निगम का गठन किया जा रहा है। इस वित्त वर्ष में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 2 हजार 707 किलोमीटर लंबाई की सड़कों, 133 पुलों का निर्माण और मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना में अब तक 8 हजार 412 ग्रामों को बारहमासी एकल सम्पर्कता से जोड़ा जा चुका है।

एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड योजना में राज्य देश में प्रथम -

राज्यपाल पटेल ने बताया कि राज्य, एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड योजना के क्रियान्वयन में देश में प्रथम स्थान पर है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में इस वित्तीय वर्ष में प्रदेश के 83 लाख 45 हजार किसानों को 5 हजार 191 करोड़ रुपये की राशि का वितरण किया गया है।

Updated : 26 Jan 2022 4:19 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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