Home > Lead Story > चांद के दर्शन के साथ पूरा हुआ करवा चौथ का व्रत

चांद के दर्शन के साथ पूरा हुआ करवा चौथ का व्रत

चांद के दर्शन के साथ पूरा हुआ करवा चौथ का व्रत
X

नई दिल्ली। देशभर में आज पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिनों का करवा चौथ का व्रत चांद दिखते ही पूरा हो गया। बात करें, चांद के दर्शन की तो यूपी, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब समेत देश में अधिकांश जगहों पर करवा चौथ का चांद जल्दी नजर आ गया, जबकि दिल्ली में बादल छाए रहने की वजह से चांद ने सुहागिनों के साथ लुका-छुपी का खेल खेला और बहुत देर से दर्शन दिए। बहुत इंतजार करने के बाद आखिरकार दिल्ली में चांद नजर आया और चांद के दर्शन करने व्रती महिलाओं ने चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूरा किया।

पौराणिक मान्यता के अनुसार आज करवाचौथ का व्रत अमृत सिद्धि योग एवं शिव योग में मनाया गया। ज्योतिषाचार्य पं सतीश सोनी के अनुसार आज मृगशिरा नक्षत्र होने से अमृत सिद्धि योग के साथ करवा चौथ का व्रत पूरा हुआ। इस दिन 28 योगों में शिव योग था। शिव का अर्थ होता है कल्याणकारी। ऐसे योग में करवाचौथ का व्रत सौभाग्यवती महिलाओं के पति की दीर्घायु देने वाला होता है।

ज्योतिषियों के अनुसार इस बार करवा चौथ के दिन 4 राजयोगों के साथ करीब आधा-दर्जन शुभ योग बन रहे हैं। आज के दिन शिव योग, अमृत योग और सर्वार्थसिद्धि योग बन रहे हैं। इतना ही नहीं आज, शंख, गजकेसरी, हंस और दीर्घायु राजयोग भी बन रहे हैं. ऐसा महा संयोग करीब 100 सालों बाद बना है।

चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। चंद्रमा आयु, यश और समृद्धि का भी प्रतीक है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, चंद्रमा को भगवान ब्रह्मा का रूप माना जाता है और चांद को लंबी आयु का वरदान मिला हुआ है। चांद में सुंदरता, शीतलता, प्रेम, प्रसिद्धि और लंबी आयु जैसे गुण पाए जाते हैं, इसीलिए सभी महिलाएं चांद को देखकर ये कामना करती हैं कि ये सभी गुण उनके पति में आ जाएं।

Updated : 4 Nov 2020 5:19 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top