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अब मेला में कालाबाजारी नहीं होगी, मिलेंगी ऑनलाइन दुकानें : सिंधिया

अब मेला में कालाबाजारी नहीं होगी, मिलेंगी ऑनलाइन दुकानें : सिंधिया
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- मेला का टर्न ओवर किया जाएगा एक हजार करोड़

- ग्वालियर व्यापार मेला का शुभारंभ

ग्वालियर, न.सं.। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज कहा कि मेला में दुकानों की कालाबाजारी पर रोक लगाई जाएगी। अगले वर्ष सभी को ऑनलाइन दुकानें उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही उन्होंने मेला का टर्न ओवर पिछले वर्ष 450 करोड़ को बढ़ाकर एक हजार करोड़ करने की बात कही। मंत्री इमरती देवी की मांग पर मेले में ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले सैलानियों को रात में विश्राम के लिए 50 बिस्तर की धर्मशाला का निर्माण भी मेला प्राधिकरण कराएगा।

श्री सिंधिया ने यह बात ग्वालियर व्यापार मेला के उद्घाटन मौके पर मुख्य अतिथि की आसंदी से कही। स्वागत भाषण मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष प्रशांत गंगवाल ने दिया। श्री गंगवाल ने कहा कि इस वर्ष व्यापारियों के लिए 250 से 300 नई दुकानों का निर्माण कराया है, जिसमें महिलाओं के लिए 100 दुकानों की अलग से व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही सिंधिया राज परिवार से जुड़ा संग्रहालय भी फेसिलिटेशन सेंटर के पास लगाए जाने के लिए उन्होंने श्रीमती प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को धन्यवाद दिया।

श्री सिंधिया ने कहा कि माधौराव सिंधिया प्रथम ने वर्ष 1905 में इस मेले की शुरूआत अन्नदाता (किसान) के लिए की थी, जो आज बढक़र पूरे प्रदेश की शान बन गया है। इसे भाजपा कांग्रेस से नहीं जोड़ा जा सकता। पिछले पन्द्रह वर्ष से मेला में छूट नहीं मिल रही थी जो हमने पिछले वर्ष शुरू कराते हुए इस वर्ष भी बारंबार जारी रखी है, जिससे व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को लाभ मिलेगा। ग्वालियर मेले में रोड़ टैक्स में छूट देने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को मैं धन्यवाद देता हूं। श्री सिंधिया ने कहा कि, सिंधिया परिवार ने 114 वर्ष पूर्व पशु मेले के रूप में इसकी स्थापना की थी। तब यह सोच थी कि किसानों को एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उनको उनकी उपज का उचित मूल्य मिले। साथ ही एक ही स्थान पर सभी पशुओं का क्रय-विक्रय हो सके। सिंधिया परिवार ने उस समय अन्नदाताओं को श्योपुर, शिवपुरी एवं भिण्ड के लिए छोटी रेल की सुविधा उपलब्ध कराईं। इसके साथ ही किसानों के लिए सबसे जरूरी पानी की उपलब्धता के लिए तिघरा और हरसी जैसे बांधों का निर्माण भी कराया। सौ वर्ष बाद भी तिघरा और हरसी बांध आज भी किसानों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहा हैं, जबकि नए बांध दो वर्ष में रीतने लगते हैं। श्री सिंधिया ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गलत कार्य करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने हेतु कदम उठाए गए हैं। खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के विरूद्ध अभियान चलाने के साथ-साथ माफियाओं के विरूद्ध भी अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई की जा रही है। गलत कार्य करने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत किसी निर्दोष पर कार्रवाई न हो। इस अवसर पर पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, रामबरन सिंह गुर्जर, मदन कुशवाह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा, ग्रामीण अध्यक्ष मोहन सिंह राठौर, मेला सचिव मजहर हाशमी, संभागीय आयुक्त एम. बी. ओझा, एडीजी राजाबाबू सिंह, जिलाधीश अनुराग चौधरी, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन, संचालक नवीन परांडे, महबूब भाई चेनवाले आदि उपस्थित थे। संचालन मेला उपाध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल एवं सुधीर मण्डेलिया ने संयुक्त रूप से किया। आभार शील खत्री ने व्यक्त किया।

नहीं दिखे दो संचालक और भाजपा के जनप्रतिनिधि:-

उद्घाटन कार्यक्रम में मेला के दो संचालक किशन मुदगल एवं रामसुंदर रामू नहीं आए। वहीं भाजपा के सांसद विवेक शेजवलकर, ग्वालियर ग्रामीण विधायक भारत सिंह कुशवाह एवं जिला पंचायत अध्यक्ष मनीषा भुजबल यादव भी दिखाई नहीं दिए। मंच पूरी तरह से कांग्रेस मय रहा, जिस पर कई नेता बैठे रहे।

सिंधिया बुलाते रहे अधिकारियों को:-

कार्यक्रम के दौरान श्री सिंधिया द्वारा एक-एक कर वरिष्ठ अधिकारियों को अपने पास बुलाया जा रहा था। फिर वे उनके कानों में कोई बात कहते जिस पर अधिकारी जी सर कहते हुए दिखाई दिए। सबसे पहले उन्होंने जिलाधीश अनुराग चौधरी फिर पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, संभागीय आयुक्त एम.बी. ओझा और निगमायुक्त संदीप माकिन को बुलाया।

सांस्कृतिक कैलेण्डर का विमोचन एवं वाईफाई का लोकार्पण:-

ग्वालियर व्यापार मेले में नि:शुल्क वाईफाई की सुविधा उपलब्ध रहेगी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नि:शुल्क वाईफाई का लोकार्पण किया। इसके साथ ही मेला प्राधिकरण द्वारा तैयार किए गए सांस्कृतिक कैलेण्डर का भी विमोचन किया गया। वहीं ऑटोमोबाइल सेक्टर के हरीकांत समाधिया और चरणजीत सिंह नागपाल को ट्रेड लाइसेंस जारी किए गए।

इन्होंने भी अपने विचार व्यक्त किए:-

- परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि मेला का नाम सुनते ही दिल बाग-बाग हो जाता है। जब मेला में छूट मिले तो फिर क्या बात है। श्री राजपूत ने कहा कि जब कैबिनेट की बैठक आयोजित की जा रही थी और उसमें जब छूट देने की बात आई तो और लोगों ने कहा कि यह छूट भोपाल एवं जबलपुर के मेेलों में भी देनी चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ग्वालियर का मेला सिंधिया राजवंश का मेला है, इसलिए इस मेला को वाहनों पर छूट दी जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के कहते ही यह मामला ध्वनिमत से पास हो गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मेले के विकास के लिए सदैव तत्पर है।

- पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि ग्वालियर का व्यापार मेला एक सदी पुराना व्यापार मेला है। ग्रामीण क्षेत्र में आज भी ग्रामीणजन सामान खरीदने के लिए ग्वालियर मेले का इंतजार करते हैं।

- खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि इस मेला की पहचान देशभर में है। मेला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले, इसके लिए हम सबको प्रयास करना चाहिए।

- महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि ग्वालियर व्यापार मेले में ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले ग्रामीणों को रात में ठहरने की व्यवस्था भी होना चाहिए। इसके लिए मेला प्राधिकरण प्रयास करे। उन्होंने कहा कि 15 वर्ष से मेला का जो स्तर गिर रहा था, वह हमारे मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उसका वैभव लौटाया है।

- इस मौके पर विधायक मुन्नालाल गोयल एवं प्रवीण पाठक ने कहा कि मेला में वाहनों पर छूट मिलने से मेला की रौनक और बढ़ेगी। महेश मुदगल ने कहा कि मेला प्राधिकरण की टीम ने मेला के विकास के लिए बहुत मेहनत से काम किया है। उन्होंने कहा कि मेला धूलरहित हो और मेला में विभिन्न राज्यों के पवेलियनों को बुलाया जाए।

Updated : 29 Dec 2019 10:38 AM GMT
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