आज के दिन हुआ था पहली लोकसभा का गठन, जानिए सबसे पहले कौन सा विधेयक हुआ था पारित
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वेबडेस्क। भारत के संसदीय इतिहास के संदर्भ में 17 अप्रैल की तिथि का अहम स्थान है। 1947 में 15 अगस्त को ब्रितानी हुकूमत के पंजों से मुक्त होने के बाद भारत ने खुली हवा में सांस ली। इसके बाद कुछ साल तक संविधान सभा और अंतरिम सरकार का देश में शासन रहा।25 अक्टूबर, 1951 से 21 फरवरी, 1952 तक पहला आम चुनाव हुआ।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अलावा श्यामा प्रसाद मुखर्जी की भारतीय जनसंघ, संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की रिपब्लिकन पार्टी, राममनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण की समाजवादी पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने चुनाव में हिस्सा लिया था। तब लोकसभा की 489 सीट थीं। अब 545 हैं। इनमें 543 सीट पर चुनाव होता है। दो सीट पर एंग्लो इंडियन सांसदों को नॉमिनेट किया जाता है।3 अप्रैल, 1952 को पहली राज्यसभा और 17 अप्रैल, 1952 को पहली लोकसभा का गठन किया गया।
पहले आम चुनाव में कांग्रेस ने 364 सीट पर जीत दर्ज कर बहुमत हासिल किया।कांग्रेस के अलावा भारतीय जनसंघ को पहली लोकसभा के लिए हुए चुनाव में 3, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को 16, फारवर्ड ब्लॉक (एमजी) को 1, अखिल भारतीय हिंदू महासभा को 4, कृषिकर लोक पार्टी को 1, किसान मजदूर प्रजा पार्टी को 9, राम राज्य परिषद को 3, रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी को 3, शेड्यूल कास्ट फेडरेशन को 2, सोशलिस्ट पार्टी को 12, अन्य को 34 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
महिला सांसद -
पहली लोकसभा में कुल 677 बैठकें हुईं और संसद की कार्यवाही 3,784 घंटे चली। पहली संसद में सबसे पहला बिल भूमि सुधार विधेयक पारित हुआ था। पहली संसद में में महिलाओं की संख्या बेहद कम थी। संसद के दोनों सदनों में मिलाकर कुल 20 महिला सदस्य थीं। जिनमे राजकुमारी अमृत कौर, सुचेता कृपलानी, उमा नेहरू, अम्मू स्वामीनाथन और जी. दुर्गाबाई. जैसे प्रचलित नाम शामिल थे।
स्वदेश डेस्क
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