Home > Archived > अफजल गुरु की फांसी का बदला था नगरोट हमला!

अफजल गुरु की फांसी का बदला था नगरोट हमला!

अफजल गुरु की फांसी का बदला था नगरोट हमला!
X

आतंकियों के पास मिले उर्दू में लिखे पोस्टर

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के नगरोट में सैन्य ठिकाने पर हुए आतंकी हमले को अंजाम देने वाले तीनों आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं। उनके पास से कुछ खास किस्म के खतरनाक रसायन भी मिले हैं।ऐसे ही रसायन उरी हमले में शामिल आतंकियों के पास से भी मिले थे। ऐसे में सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि क्या ये आतंकी रासायनिक हमले की तैयारी में थे।आतंकियों के पास उर्दू में लिखे जो पर्चे मिले हैं, उनपर संसद पर हमले के मास्टरमाइंड आतंकी अफजल गुरु का जिक्र है। सुरक्षा एजेंसियां इसे आतंकियों की अलगाववादियों से जुडऩे की एक साजिश बता रहे हैं। पर्चे पर उर्दू में लिखा है- अफजल गुरु शहीद के इंतकाम की एक किस्त... गजवा-ए-हिंद के फिदायीन।

बताया जा रहा है नगरोट हमले में शामिल आतंकियों को सीमा पार से निर्देश मिल रहे थे। सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे 5 कॉलों का पता लगाया है। इनमें पाकिस्तान में मौजूद हैंडलर्स आतंकियों से हमले के लिए तैयार रहने को कह रहे हैं। आतंकियों द्वारा पहनी गई पुलिस की वर्दी पर स्थानीय टैग था। ये कपड़े स्थानीय इलाके में सिले गए थे। इससे इशारा मिलता है कि आतंकवादी बहुत पहले घुसपैठ के जरिए जम्मू-कश्मीर में आए थे और तब से यहीं रह रहे थे। इस बीच मंगलवार को जम्मू -कश्मीर के नगरोट में हुए आतंकी हमले में सुरक्षा में चूक की बात सामने आई है। इस बात के सामने आते ही रक्षा मंत्रालय इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सेना से इस बात की रिपोर्ट मांगी है। कि आखिर जानकारी के बाद भी सुरक्षा में चूक कैसे हुई ।

सुरंग के रास्ते घुसे थे आतंकी: सीसुब
जम्मू-कश्मीर के नगरोट में आतंकी हमले के बाद सेना ने बुधवार तलाशी अभियान चलाया। इस बीच सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक केके शर्मा ने पत्रकारों को जानकारी दी कि आतंकी भारत में घुसपैठ करने के लिए सुरंगों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा फिलहाल ऐसी सुरंगों का पता लगाने की तकनीक भारतीय सेना के पास नहीं है। उन्होंने बताया कि चमलीयाल सीमा चौकी पर ऑपरेशन के पूरा होने के बाद आज सुबह, हमने 2 गुना 2 मीटर आकार की एक छोटी सुरंग का पता लगाया। सूत्रों के अनुसार, 24 नवंबर को ही आतंकी हमले की खुफिया सूचना थी। 29-30 नवंबर को बड़े हमले का अलर्ट भी जारी हुआ था। इसके बावजूद आतंकी कामयाब रहे। अब इस सुरक्षा में हुई चूक की जांच होगी।

शहीद की पत्नी बोली-पति की शहादत पर गर्व है, सरकार से कुछ नहीं चाहिए

नगरोट हमले में शहीद जवान सुखराज सिंह की पत्नी हरमीत कौर ने कहा कि उनके पति देश के लिए शहीद हुए हैं और उन्हें इस पर गर्व है। हरमीत ने कहा- मेरी सरकार से कोई मांग नहीं है। वहीं, शहीद मेजर अक्षय गिरीश कुमार की मां ने कहा- मैं चाहती हूं अक्षय की बेटी कश्मीर की आठ साल की किक बॉक्सर तजामुल इस्लाम की तरह चैंपियन बने। शहीद अक्षय की मां ने कहा- मैंने किक बॉक्सिंग में मैडल जीतने वाली तजामुल का साक्षात्कार टीवी पर देखा था। मुझे उस बच्ची पर गर्व है। अभी अक्षय की बेटी नैना ढ़ाई साल की है। ज्यादा समझदार नहीं है। उम्मीद है जब वो समझदार हो जाएगी तो तजामुल जैसी चैंपियन बनेगी। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में रहने वाली तजामुल ने अप्रैल में इटली में हुई किक बॉक्सिंग टूर्नामेंट ने गोल्ड मैडल जीता था। इस्लाम के पिता ट्रक ड्राइवर हैं। उसे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने भी मुलाकात के लिए बुलाया था।

Updated : 1 Dec 2016 12:00 AM GMT
Next Story
Top