- अमृतसर में एसआई की कार को बम से उड़ाने की साजिश नाकाम, पुलिस ने शुरू की जांच
- कैबिनेट निर्णय : योगी सरकार ने बदला जेल मैन्युअल, महिला बंदी पहन सकेंगी मंगलसूत्र
- मदर डेयरी और अमूल ने बढ़ाए दूध के दाम, जानिए कल से कितनी चुकानी होगी कीमत
- स्पेस किड्ज इंडिया ने 30 लाख किमी की ऊंचाई पर फहराया तिरंगा, देखें वीडियो
- FIFA ने भारतीय फुटबॉल महासंघ को किया निलंबित, महिला विश्व कप की मेजबानी भी छीनी
- शोपियां में कश्मीरी पंडित भाइयों पर आतंकी ने बरसाई गोलियां, एक की मौत-दूसरा घायल
- पहलगाम में ITBP की बस खाई में गिरी, 6 जवान शहीद, कई घायल
- बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार, तेजप्रताप समेत 31 मंत्रियों ने ली शपथ
- चौथी पुण्यतिथि पर याद आए भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री ने किया नमन
- विदिशा : दानमणि डेम में रिसाव से ग्रामीणों में हड़कंप, पानी खाली करने की कवायद शुरू, देखें वीडियो

राज्य में उपचुनाव की मांग पर आयोग से मिलेगा तृणमूल प्रतिनिधिमंडल
X
कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही कहा था कि वह जल्द ही राज्य के सात विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव चाहती हैं। अब इसकी मांग पर तृणमूल सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल आगामी गुरुवार को चुनाव आयोग अधिकारियों से मुलाकात करने जा रहा है। सत्तारूढ़ दल के प्रतिनिधि आयोग से वादा करेंगे कि वे स्थिति पर नजर रखेंगे ताकि कोरोना की विषम परिस्थितियों में मतदान होने पर स्थिति और खराब न हो।
सूत्रों के अनुसार, सत्तारूढ़ दल उपचुनाव कराने के लिए आयोग से कई मांगे कर सकता है। जिनमें से एक प्रचार के समय पर केंद्रित है। सत्तारूढ़ दल के प्रतिनिधि आयोग को सूचित कर सकते हैं कि उन्हें प्रचार के लिए सात दिन का समय दिया जाना चाहिए। साथ ही यह आश्वासन दिया जा सकता है कि उस समय स्थिति नहीं बिगड़ेगी। सत्ताधारी दल सात विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की मांग को लेकर इतना सक्रिय क्यों है? तृणमूल का आरोप है कि चुनाव आयोग केंद्र की सत्ताधारी पार्टी की बातों का पालन कर रहा है। इन सात विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव न कराकर भाजपा इन्हें राजनीतिक संकट में डाल सकती है। इसलिए तृणमूल कांग्रेस की यह गतिविधि उस योजना को विफल करने के लिए है।
नंदीग्राम से हारी ममता -
खास बात यह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव हार चुकी हैं उन्हें मुख्यमंत्री बने रहने के लिए छह महीने के भीतर चुनाव जीतना होगा। इसीलिए पार्टी चाहती है कि जल्द से जल्द इसे पूरा कर लिया जाए। मुख्यमंत्री अपने पुराने विधानसभा भवानीपुर से चुनाव लड़ेंगी।