वक्फ संशोधन कानून: मुस्लिम हितों की रक्षा या राजनीतिक हंगामा? खुल का बोली दिल्ली हज कमिटी की अध्यक्ष कौसर जहाँ

Swadesh Special Interview
लेखक : अनीता चौधरी
नई दिल्ली। दिल्ली स्टेट हज कमेटी की अध्यक्ष कौसर जहाँ ने स्वदेश के साथ एक विशेष साक्षात्कार में नए वक्फ संशोधन कानून को मुसलमानों के हित में बताया है और वक़्फ़ को लेकर चल रहे हंगामे को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित मुस्लिम विरोधी बताया है । इस साक्षात्कार में उन्होंने न केवल कानून के पक्ष में तर्क दिए, बल्कि इसका विरोध कर रहे ओवैसी , मौलाना मदनी और इमरान मसूद जैसे लोगो। पर भी तीखा हमला बोला।
स्वदेश ने जब सवाल पूछा कि वक्फ बोर्ड संशोधन को लेकर देशभर में, खासकर पश्चिम बंगाल में, मुस्लिम समुदाय द्वारा तीव्र विरोध और हंगामा किया जा रहा है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद मुस्लिमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस नेता इमरान मसूद और मौलाना मदनी जैसे लोग इस कानून के खिलाफ मुखर हैं। मौलाना मदनी ने तो इसे लेकर इतना डर जताया कि उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा , क्या ये डर जायज है और मुसलमानों के हित में है । इस पर कौसर जहाँ ने बेबाकी से कहा, “ये लोग कौम को भड़काने का ठेका ले रखे हैं। अगर ये वाकई मुस्लिम हितों की बात करते, तो इस कानून का समर्थन करते।” ये अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंक रहे है । अगर इन्होंने एक भी ग़रीब मुसलमान की मदद की या उनकी स्थिति बदली है तो ये बतायें । ये वही लोग है। जो वक़्फ़ के ठेकेदार बने फिरते हैं और ग़रीब मुज़लिमों की ज़मीन हड़पने हैं ।
कौसर जहाँ ने वक्फ संशोधन क़ानून को निष्पक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने इशारों में कहा कि इस कानून का विरोध वही लोग कर रहे हैं, जो वक्फ की संपत्तियों पर अवैध कब्जा जमाए बैठे हैं। उनके मुताबिक, यह कानून ऐसे लोगों पर नकेल कसेगा, जो धार्मिक और जनकल्याण के लिए समर्पित संपत्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
महिलाओं की भागीदारी और विरोध की सियासत
जब हमने कौसर से पूछा कि क्या आपको डर लगता है की आपकी इस बेबाक बयान पर फतवा जारी हो सकता तो कौसर जहाँ ने तल्खी के साथ जवाब दिया, “ये लोग महिला-विरोधी हैं। वक्फ बोर्ड में महिलाओं की भागीदारी की बात से ही ये तिलमिलाए हुए हैं।” उन्होंने ओवैसी को चुनौती दी कि वे बताएं, उनकी पार्टी में कितनी महिलाओं को प्रमुख स्थान दिया गया है। कौसर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की सराहना करते हुए कहा कि उनकी कोशिशों ने मुस्लिम समाज की महिलाओं के जीवन में बड़े बदलाव किए हैं । आज जहाँ ट्रिपल तलाक के भय से उन्हें मुक्ति मिली है वहीं नए वक़्फ़ क़ानून की वजह से वक्फ बोर्ड में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया है, जो मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कौसर ने इस्लाम का हवाला देते हुए कहा कि ख़ुद “पैगंबर साहब की पत्नी हजरत खदीजा एक सफल व्यापारी और सशक्त महिला थीं। इस्लाम में महिलाओं का विशेष स्थान है । कुछ धर्म के ठेकेदारों ने इस्लाम के पाक स्वरूप को बिगाड़ दिया है लेकिन मोदी सरकार ने इस भावना के अनुरूप महिलाओं के हक़ में कई काम किए है । वक्फ बोर्ड में बदलाव भी उसी दिशा में पहल है।”
कांग्रेस पर निशाना और मुस्लिम महिलाओं का ‘स्वर्ण युग’
कौसर जहाँ ने कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कई दशकों तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस ने मुस्लिम समुदाय के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया और उन्हें केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया। दूसरी ओर, उन्होंने बीजेपी के पिछले दस साल के शासन को मुस्लिम महिलाओं के लिए ‘स्वर्ण युग’ करार दिया। खास तौर पर तीन तलाक कानून को उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के हित में एक क्रांतिकारी कदम बताया।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने मुसलमानों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जो कदम उठाए हैं, वे कांग्रेस के 60 साल के शासन में नहीं हुए। पीएम मोदी की सोच ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर आधारित है।”
पश्चिम बंगाल में हंगामा और ममता पर सवाल
वक्फ संशोधन को लेकर पश्चिम बंगाल में मचे दंगे और कोहराम पर कौसर जहाँ ने ममता तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी, जो खुद एक महिला हैं, उनको वक्फ बोर्ड में महिलाओं की भागीदारी का समर्थन करना चाहिए। लेकिन वो इसके विरोध में खड़ी हैं । कौसर ने ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और उपद्रवियों को शह देने का आरोप लगाया और कहा कि पश्चिम बंगाल में अब राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है क्योंकि सत्ता के लोभ और तुष्टिकरण की राजनीति में पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है ।
पश्चिम बंगाल राजनीतिक आग में जल रहा है जिसका ख़ामयिजा मासूम आम लोगों को उठाना पद रहा है । कौसर ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट में जब ये मामला विचाराधीन है, फिर बंगाल में इतना हंगामा क्यों? बंगाल में जो भी हो रहा है ममता बनर्जी के शह पर हो रहा है।” उन्होंने पश्चिम बंगाल की स्थिति को ‘बद से बदतर’ बताते हुए वहां राष्ट्रपति शासन की मांग की। कौसर ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों पर भी वे चुप्पी साधे हुए हैं जो बेहद शर्मनाक है ।
वक्फ का असली मकसद और कानून की जरूरत
कौसर जहाँ ने वक्फ की मूल भावना को रेखांकित करते हुए कहा, “वक्फ वह संपत्ति है, जो अल्लाह के नाम समर्पित की जाती है। इसका उपयोग धर्मार्थ और जनकल्याण के लिए होना चाहिए। लेकिन कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर अवैध कब्जा जमाए हुए हैं।” उनके मुताबिक, वक्फ संशोधन कानून ऐसे लोगों पर लगाम लगाएगा और संपत्तियों का सही उपयोग सुनिश्चित करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रगतिशील सोच वाले मुसलमान इस कानून का विरोध नहीं कर रहे। आम मुस्लिम को इससे कोई समस्या नहीं है। विरोध केवल उन लोगों की ओर से है, जो अवैध कब्जों से लाभ उठा रहे हैं।