Raja Raghuvanshi Murder Case: राज कुशवाहा की बहन बोली - मेरा भाई निर्दोष...

Raja Raghuvanshi Murder Case
Raja Raghuvanshi Murder Case : इंदौर, मध्यप्रदेश। राजा रघुवंशी हत्याकांड में राज कुशवाह समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में सोनम रघुवंशी मुख्य आरोपी है। सोनम के पिता ने उसे निर्दोष बताया है अब इस मामले में राज कुछवाह के परिजनों का बयान भी सामने आया है। राज कुशवाहा की बहन का कहना है कि, उसका भाई निर्दोष है।
राज कुशवाह की बहन ने कहा, "विक्की और राज दोनों मेरे भाई हैं। वे ऐसा कुछ नहीं कर सकते। मेरा भाई राज कहीं नहीं गया। आप उसके ऑफिस वालों से पूछ सकते हैं। मेरी बस यही मांग है कि, मेरे भाई को रिहा किया जाए। वह हत्या में शामिल नहीं है। मेरा भाई निर्दोष है।"
राज कुशवाह की मां ने कहा, "मेरा बेटा ऐसा कुछ नहीं कर सकता। वह सिर्फ 20 साल का है। वह मेरा सबकुछ है। मेरा बेटा सोनम के भाई की फैक्ट्री में काम करता था। उस पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। मैं सरकार से उसे निर्दोष साबित करने की मांग करती हूं। वह निर्दोष है।"
एडिशनल डीसीपी (क्राइम) राजेश दंडोतिया ने इस मामले में कहा कि, "चारों आरोपी फिलहाल इंदौर पुलिस कमिश्नरेट में हैं और शिलांग पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। तीनों आरोपियों की ट्रांजिट रिमांड कल ली गई थी। आज चौथे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद शिलांग पुलिस आज चारों आरोपियों को अपने साथ ले जाएगी।"
राजा रघुवंशी का शव 2 जून, 2025 को उनके हनीमून के दौरान मेघालय में एक घाटी में मिला था। उनकी पत्नी, सोनम रघुवंशी, मुख्य संदिग्ध है, जिस पर तीन अन्य लोगों के साथ हत्या की योजना बनाने का आरोप है। इनमें आकाश राजपूत (19), विशाल सिंह चौहान (22), और राज सिंह कुशवाह शामिल है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि राजा की मौत एक धारदार काटने वाले हथियार, संभवतः एक कुल्हाड़ी के कारण सिर में लगी घातक चोटों से हुई थी। सोनम ने कथित तौर पर हत्या की साजिश रची, संभवतः राज कुशवाहा के साथ प्रेम संबंध हत्या का प्रमुख कारण माना जा रहा है।
मेघालय पुलिस को 9 जून, 2025 को सोनम रघुवंशी की 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड मिली। मेघालय पुलिस के नेतृत्व में की गई जांच में चौंकाने वाले विवरण सामने आए, जिसमें सोनम का यह दावा भी शामिल है कि उसे नशीला पदार्थ देकर उत्तर प्रदेश ले जाया गया था। एक टूर गाइड की टिप और कीमती सामान गायब होने की एफआईआर ने जांच में मदद की है। इस मामले में आगे कई खुलासे होना बाकी है।