Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > वाराणसी > होली के रंगों में डूबी बाबा विश्वनाथ की नगरी, चहुंओर उल्लास उमंग

होली के रंगों में डूबी बाबा विश्वनाथ की नगरी, चहुंओर उल्लास उमंग

शहर में कुछ स्थानों पर दही हांडी, मटका फोड़ होली भी खेली गई।

होली के रंगों में डूबी बाबा विश्वनाथ की नगरी,  चहुंओर उल्लास उमंग
X

वाराणसी। तिथियों के फेर में लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी काशी पुराधिपति की नगरी में सुबह हल्की बूंदाबांदी के बीच होली का उमंग उल्लास और मस्ती चहुंओर व्याप्त है। सूर्ख चटख होली के सतरंगी रंगों में युवा और बच्चे मस्ती में जगह-जगह पारंपरिक होली के गीतों पर थिरक रहे हैं।ग्रामीण अंचल के क्षेत्रों के साथ-साथ शहर के गली-मोहल्लों, पॉश कॉलोनियों से लेकर गंगा घाट और महाश्मशान से लेकर बाबा दरबार तक युवाओं की टोली रंगों में डूबी नजर आ रही है। लोग रंग-अबीर-गुलाल से पूरी तरह सराबोर हैं।

पारम्परिक फिल्मी होली के गीत- खेले रघुबीरा अवध में, रंग बरसे भीगे चुनर वाली, सात रंग में खेल रही है दिलवालों की टोली रे…,भौजी केवड़िया खोला,केकर जगउलू ह भगिया गोरी हरी—हरी ओढ़नी आदि गीतों पर युवा और किशोर पूरी मस्ती, धूमधड़ाके, पिंगलबाजी के बीच थिरक रहे हैं।


त्योहार को देखते हुए शहर और ग्रामीण अंचल में सुरक्षा के व्यापक प्रबन्ध किये गये हैं। हालांकि, रंग के इस महापर्व पर सुबह-सुबह हल्की बारिश की वजह से त्योहार का रंग फीका पड़ने की दिखी थी, लेकिन सुबह जैसे-जैसे सूर्य की किरणें चढ़ती गयी, रंगों का उल्लास बिखराता गया।युवा और बच्चे रंग और पिचकारियों के साथ एक दूसरे पर रंग बरसाने निकल पड़े। रंगों संग मुखौटों का भी खूब प्रयोग दिख रहा है। युवा मस्ती में हैं और सभी एक दूसरे से गले मिल रहे हैं। शहर में यह नजारा आम है। रंग और गुलाल के साथ सभी एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं।

शहर के कॉलोनियों में भी रंग का त्योहार लोगों के सिर चढ़़ता नजर आ रहा है। शहर के लंका, अस्सी, गोदौलिया, लक्सा, चौक, रथयात्रा चौराहे लहुराबीर,पांडेयपुर, भोजुबीर, सारनाथ आदि जगहों पर युवाओं की टोली होली खेलती नजर आ रही है।इन स्थानों पर पारंपरिक होली के गीत व डीजे की धुन पर युवा थिरक रहे हैं। गंगा घाटों पर स्थानीय युवाओं के साथ विदेशी नागरिक भी होली की खुमारी में डूब रंग अबीर में रंगे नगाड़े और ढोल की थाप पर थिरकते दिख रहे हैं। इसमें कोई किसी से पीछे नहीं हैं। क्या महिलाएं, तो क्या पुरुष। सभी रंगों में सराबोर हैं।

शहर में कुछ स्थानों पर दही हांडी, मटका फोड़ होली भी खेली गई। अस्सी इलाके और गंगा तट पर लड़कियां-महिलाएं भी होलीयाना हुल्लड़ का लुत्फ उठाती दिखीं।वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर के नियमित दर्शनार्थियों की टोली ने बाबा विश्वनाथ को भी रंग और अबीर चढ़ाया। शहर में देर शाम अबीर गुलाल की होली खेली जायेगी। कई जगहों पर होली मिलन समारोह का भी आयोजन किया गया है।होली की मस्ती और हुड़दंग के बीच खाकी भी खासी सक्रिय दिखाई दी। शहर के प्रमुख चौराहों के साथ ही मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस मुस्तैद है। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में अतिरिक्त चौकसी बरती गई है। पीएसी के जवान भी संवेदनशील जगहों पर विशेष चौकसी बरत रहे हैं।

Updated : 13 April 2024 12:55 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


Next Story
Top