Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > राममंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा, नींव की 46 लेयर हुई तैयार

राममंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा, नींव की 46 लेयर हुई तैयार

राममंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा, नींव की 46 लेयर हुई तैयार
X

अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मन्दिर निर्माण के लिए मंदिर की गर्भ गृह के नींव में अब तक 46 लेयर का कार्य पूरा हो चुका है, जिसे मीडिया के लोगों ने गुरुवार को अवलोकन किया। इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, ट्रस्टी महंत दिनेन्द्र एवं ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्रा तथा इंजीनियरों की टीम मौजूद रही। ट्रस्ट की ओर से अब तक हुए पूरा कार्य को देखने के लिए मीडिया को आमंत्रित किया गया था।

उल्लेखनीय है कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भगवान प्रभु श्रीराम एवं हनुमान जी की कृपा से न्यास क्षेत्र द्वारा एलएण्डटी कम्पनी की देखरेख में निर्माण कराया जा रहा है तथा यह कार्य बहुत तेजी से हो रहा है। निर्माण स्थल पर जहां गर्भगृह है वहां पर एक केसरियां रंग का ध्वज भी लगा हुआ है।

श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य को देखने के लिए पत्रकारों को लम्बे समय से अभिलाषा थी जिसे ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने आज पूरा कराया। इस दौरान सभी मीडिया कर्मियों ने ट्रस्ट एवं जिला प्रशासन को आभार व्यक्त किया। इस मौके पर महामंत्री चम्पत राय ने बताय कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण पर हो रहे काम को लेकर पूरे देश में उत्साह है और सभी लोग यहां पर हो रहे कार्य के पल-पल की जानकारी को जानने के लिए उत्सुक हैं। जिसको लेकर ट्रस्ट समय-समय पर पूरे देश को निर्माण की प्रगति से अवगत कराता रहता है।

मंदिर के लिए 48 लेयर की बनेगी नींव -

निर्माण स्थल पर उपस्थित ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर निर्माण की नींव भराई का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। मंदिर निर्माण के नींव में अब तक 46 लेयर पड़ चुकी है। इस कार्य में कुल 48 लेयर डाली जानी है। नींव भराई का काम पूरा होने के बाद इसमें राफ्ट का निर्माण होगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 के दिसंबर माह तक मंदिर में रामलला का दर्शन भक्तों को प्राप्त होने लगेगा। उन्होंने मंदिर के आकार प्रकार के विषय में बताया कि मंदिर तीन मंजिला होगा ।गर्भ गृह में रामलला तो दूसरे तल पर राम दरबार विराजित होगा। मंदिर का परकोटा साढ़े 6 एकड़ में बनाया जाएगा। मंदिर में 3 तरीके के पत्थरों का इस्तेमाल होगा।

Updated : 12 Oct 2021 10:32 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


Next Story
Top