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अब वो अमेठी नहीं है-समय के साथ बदल चुकी हैं तस्वीर, कांग्रेस अब तक नहीं ढूंढ पाई प्रत्याशी

स्वामीनाथ शुक्ल

अब वो अमेठी नहीं है-समय के साथ बदल चुकी हैं तस्वीर, कांग्रेस अब तक नहीं ढूंढ पाई प्रत्याशी
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अमेठी। अमेठी लोकसभा सीट का नाम दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चित है। इस सीट पर अबतक स्मृति ईरानी को छोड़कर बाकी कोई भी उम्मीदवार मैदान में नहीं है। स्मृति ईरानी अकेले चुनाव प्रचार में जुटी है। जबकि पहले अमेठी कांग्रेस की सबसे ज्यादा सुरक्षित सीट मानी जाती थी। लेकिन अब वो अमेठी नहीं है, समय के साथ सबकुछ बदल चुका है। साल 1980 से अमेठी की कमान गांधी परिवार के पास थी। चालीस साल की राजनीति में गांधी परिवार से स्व संजय गांधी, स्व राजीव गांधी, कैप्टन सतीश शर्मा, सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक सांसद बन चुके हैं। साल 2019 से अमेठी की कमान स्मृति ईरानी के पास है।

स्मृति ईरानी सदन में वापसी के लिए दिन-रात बराबर कर दिए हैं। कांग्रेस और बसपा में सन्नाटा पसरा है। कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची में अमेठी रायबरेली का नाम आता था। इस बार अमेठी रायबरेली को छोड़कर बाकी उम्मीदवारों की सूची लगभग जारी हो चुकी है। इंडिया गठबंधन में कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 19 सीटें मिली हैं। इसमें अमेठी रायबरेली का नाम भी है। बसपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि अमेठी में हाथी की सवारी करने के लिए कोई भी उम्मीदवार तैयार नहीं है। कारण साफ है अमेठी से बसपा के संस्थापक मान्यवर कांशीराम तक खुद अमेठी से चुनाव हारकर वापस जा चुके हैं। इसके बाद स्थानीय नेताओं में पूर्व विधायक चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी, आशीष शुक्ल,मो नईम, डॉ डीपी सिंह आदि बसपा से किस्मत आजमा चुके हैं।

अमेठी में बसपा और सपा का लोकसभा चुनाव में खाता नहीं खुला है। जबकि बसपा पैर जमाने के लिए अमेठी को जिला तक बना चुकी है। कांग्रेस के पास अमेठी में सांसद विधायक दोनों नहीं है। स्मृति ईरानी चार दिन से संगठन को मजबूत करने में जुटी है। इसके लिए अलग-अलग बैठकें हो रही है। स्मृति ईरानी का मिशन अमेठी के 1923 बूथों की घेराबंदी है। इसी लिए बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रही है। बैठक में जिलाध्यक्ष, ज़िला उपाध्यक्ष, जिला महामंत्री, मंडल अध्यक्ष,बूथ अध्यक्ष,कोर कमेटी, मीडिया सेल, सोशल मीडिया सेल आदि से बैठकें हो चुकी है। इसके अलावा व्यापारी, अधिवक्ता, कोटेदार,किसान, महिला और मुस्लिम समाज को जोड़कर साधने में जुटी है। जिससे अमेठी के मुस्लिम वोटर भी भगवा रंग में रंगे नजर आने लगे हैं।

मुस्लिम नेता भी कंधे पर भगवा गमछा रखकर घूम रहे हैं। अमेठी में पौने अठारह लाख वोटरों के लिए 1923 बूथ बनाए गए हैं। पांचवें चरण में 20 मई को मतदान के लिए 26 अप्रैल से 3 मई तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के अपर सचिव विजय गुप्ता ने बताया कि उनका मिशन 1900 सौ बूथों पर जीतकर छह लाख के पार वोट हासिल करना है। विजय गुप्ता ने बताया कि मोदी और योगी के विकास कार्यों से मुस्लिम समाज बहुत खुश हैं। जिससे मुस्लिम समाज भी स्मृति ईरानी के साथ है। जिला महामंत्री सुधांशु शुक्ल और विधानसभा संयोजक मुन्ना सिंह ने कहा कि मुस्लिम समाज भी स्मृति ईरानी के लिए वोट मांग रहे हैं।

Updated : 13 April 2024 12:12 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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