इंडो-नेपाल के बहराइच बॉर्डर पर लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे

बहराइच: चुनाव आयोग ने पंचायत चुनाव जीतने के बाद जुलूस निकालने पर रोक लगा रखी है। लेकिन बहराइच के रुपईडीहा में चुनाव आयोग के इस आदेश को तो विजयी प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने तोड़ा ही भारत नेपाल सीमा से सटे रुपईडीहा इलाके में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। जहां पर नारेबाजी हुई उसी जगह कस्टम, पुलिस और एसएसबी के कार्यालय है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो है भारत-नेपाल सीमा से सटे रुपईडीहा कस्बे का। वीडियो में एक विजयी प्रधान पद के प्रत्याशी के समर्थन में कई लोग जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए दिख रहे हैं। सरकार के सारे नियमों कानून के रखे ताक पर रखते हुए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं।
समर्थकों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे जिस तरह से लगाए हैं उसे लग रहा है कि रुपईडीहा कस्बे में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। जहां पर नारे लग रहे हैं उसी के बगल में कस्टम कार्यालय है कुछ दूरी पर थाना भवन और एसएसबी का कार्यालय भी है। लेकिन नारे लगाने वाले बेखौफ नजर आ रहे हैं।
चकिया मोड़ चौराहे पर यह नारे खुल्लम-खुल्ला लगाए जा रहे थे। भारत नेपाल के रुपईडीहा बॉर्डर पर देश विरोधी इस हरकत ने प्रशासन और सरकार के तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी है। लगाने वाली भीड़ के आसपास कुछ पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे लेकिन अब तक कार्यवाही शून्य है।
दो लोगों को हिरासत में लेकर की जा रही पूछताछ :
पाकिस्तान की नारेबाजी वाले वायरल वीडियो को रुपईडीहा निवासी विजय सोनू नामक युवक ने अपने फेसबुक वॉल पर अपलोड किया था। ओरिजिनल वीडियो कब्जे में लेकर जांच की जा रही है। रुपईडीहा से हाजी अब्दुल कलीम प्रधानी का चुनाव जीते हैं। उन्हें के पक्ष में नारेबाजी हो रही थी। इस मामले में दो युवकों को हिरासत में लिया गया है पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। - डॉ. जंग बहादुर वर्मा, क्षेत्राधिकारी नानपारा
150 के खिलाफ केस दर्ज
रुपईडीहा थाना अध्यक्ष मधुप नाथ मिश्रा ने बताया कि पंचायत चुनाव जीतने के बाद विजयी प्रत्याशी हाजी अब्दुल कलीम के समर्थकों की ओर से प्रतिबंध के बावजूद जुलूस निकाला गया था। इस मामले में 150 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पाकिस्तान की नारेबाजी के संबंध में वायरल वीडियो के मामले में भी निरंतर जाच जारी है। अब तक हुई तफ्तीश में यह पता चला है कि समर्थक हाजी साहब जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।
