Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > अन्य > सपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री बोस के बेटे व समर्थक

सपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री बोस के बेटे व समर्थक

बोस बुंदेलखंड के गांधी के रूप में जाने जाते थे

सपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री बोस के बेटे व समर्थक
X

बांदा। समाजवाद की डगर पर चलकर राजनीतिक जीवन गुजारने वाले पूर्व सरकारों में तीन बार कैबिनेट मंत्री और चार बार विधायक रहे जमुना प्रसाद बोस के बेटे दिनेश बोस सहित अंबिकादत्त मिश्रा, अनुज निगम मोना, रामू तिवारी व यशवंत शर्मा के अलावा उनके समर्थकों ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष/अध्यक्ष ज्वाइनिंग कमेटी लक्ष्मीकांत बाजपेयी के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

उन्होंने पार्टी में निष्ठा के साथ काम करने और संगठन को मजबूत बनाने के साथ वर्तमान चल रहे विधानसभा चुनाव में भी सक्षमता व समर्थता के साथ कार्य करने का वचन दिया। उनके भाजपा में शामिल होने को लेकर नगर निवासियों में उनके शुभचिंतकों, ईष्टमित्रों ने खुशी जताते हुए उनसे कदमताल मिलाते हुए चलने के लिए कहा। बताते चलें कि जमुना प्रसाद बोस ने समाजवादी पार्टी के साथ काम किया और उनके पदचिन्हों में उनके जीवन काल में और उनके न रहने पर भी समाजवादी पार्टी को मजबूत करने के इरादे से काम करने में सहयोग किया।

लेकिन वर्तमान में सपा की नीतियों से खिन्न होकर के बोस परिवार ने सपा का पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो गए। जमुना प्रसाद बोस बांदा क्या बुंदेलखंड के गांधी के रूप में जाने जाते थे। वह सदर विधानसभा क्षेत्र से चार बार क्रमशः सन 1974, 1977, 1985 व 1989 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य पद पर निर्वाचित हुए। पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव व पूर्व मुख्यमंत्री बनारसीदास गुप्ता और मुलायम सिंह यादव के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री रहे।

भाजपा में सदस्यता ग्रहण करते वक्त बताया गया कि उनका पूरा जीवन बांदा जनपद सहित कर्वी, महोबा आदि जिले की जनता के लिए समर्पित रहा और विधायक तथा कैबिनेट मंत्री बनने के बाद भी आज तक वह एक मकान नहीं बना सके और किराए के मकान में रहते हैं। परिवार का कोई आपराधिक इतिहास न होने का दावा करते हुए भाजपा एवं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं योगी आदित्यनाथ की नीतियों तथा राष्ट्रवादी कार्यों से प्रभावित होकर सदस्यता ग्रहण करने के बाद जमुना प्रसाद बोस के बेटे दिनेश बोस ने कही। दिनेश शिक्षा में परास्नातक है। जमुना प्रसाद बोस के जीवन और कार्यशैली को अभी भी लोग उनके न रहने पर याद करते हैं।

Updated : 14 Feb 2022 11:29 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


Next Story
Top