Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > अन्य > योगी आदित्यनाथ का अखिलेश पर तंज, कहा - "सपा के समय अराजकता ही उसका पर्याय था "

योगी आदित्यनाथ का अखिलेश पर तंज, कहा - "सपा के समय अराजकता ही उसका पर्याय था "

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में की सभा

योगी आदित्यनाथ का अखिलेश पर तंज, कहा - सपा के समय अराजकता ही उसका पर्याय था
X

आजमगढ़। समाजवादी पार्टी के गढ़ में जनसभा को सम्बोधित करने पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी और सांसद अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा को अपने कुनबे के विकास को ही प्रदेश का विकास मान रही थी।

मुख्यमंत्री ने सपा की पूर्ववर्ती सरकार में अपराध, दलितों पर अत्याचार के साथ बसपा और कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि जब भी दलितों पर अत्याचार हुए तब सपा, कांग्रेस और बसपा मौन थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कारोना काल खंड में आजमगढ़ के सांसद अखिलेश यादव यहां की जनता को लावारिश छोड़कर इग्लैंड और अस्ट्रेलिया गये थे।उन्होंने परिनिर्वाण दिवस पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को नमन करते हुए कहा कि वे भारत के संविधान ने उत्तर से दक्षिण पूरब से पश्चिम पूरे भारत को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज यही भारत एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर रहा है।

कांग्रेस व बसपा भी मौन थी -

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के नाम पर राजनीति की। लेकिन जब भी उनपर अत्याचार होते थे, तो वे मौन साध लेते थे। सपा की सरकार में रामपुर में उस समय के सपा के नेता व मंत्री आजम खां के द्वारा वहां के दलितों को प्रताड़ित किया जा रहा था व उजाड़ा जा रहा हैं। तब कांग्रेस व बसपा भी मौन थी। तो केवल भाजपा आन्दोलन कर रही थी। क्योकि वहां पर गरीबों, दलितों को उजाड़ कर उस समय सत्ताधारी दल का एक मंत्री सत्ता के संरक्षण में अराजकता पैदा कर रहा था।

अराजकता ही उसका पर्याय -

लेकिन ये हमें स्वीकार नहीं था। हम उस अत्याचार के खिलाफ लड़ रहे थे। सपा के समय तो अराजकता ही उसका पर्याय हो गया था। देश के अंदर एक नारा चल पड़ था जिस गाड़ी में सपा का झंडा समझो कोई होगा जाना पहचाना गुंडा।लेकिन इस गुंडागर्दी की कमर को तोड़ने का काम किसी ने किया तो हमारी सरकार ने वर्ष 2017 से शुरू किया। क्योकि ये लोग सत्ता में आकर जिस प्रकार की तबाही इन लोगों ने तबाही मचाये थे। गरीबों, दलितों और जमीनों, व्यापारियों की प्रतिष्ठानों पर कब्जा कर जो अराजकता इन्होंने पैदा की थी यह किसी से छिपा नहीं है। आजमगढ़ इसका सबसे बड़ा भुक्तभोगी है। आजमगढ़ के नौजवानों बाहर जाते थे तो पहचान का संकट खड़ा हो गया था। आजमगढ़ का नाम लेते ही लोग कहते थे यहां रूम खाली नहीं है। ये स्थित उन लोगों ने किया जो कोरोना काल में आजमगढ़ के लोगों को लावारिश छोड़ गये थे।

अखिलेश आजमगढ़ से गायब -

कोरोना काल में प्रधानमंत्री मोदी पूरे देश में सभी जनता का हाल-चाल ले रहे थे। प्रदेश अंदर सभी जिलों और आजमगढ़ में वह खुद तीन बार मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों की व्यवस्था को देखने के लिए पहुंचे। सांसद और विधायक हाल-चाल जान रहे थे, पदाधिकारी सेवा के कार्य में जुटे थे लेकिन आजमगढ़ के सांसद नदारत थे, गायब थे। उनका कहीं पता ही नहीं था, एक बार मैंने पूछा भी की सभी सांसदों का हाल-चाल लिया जा रहा तो अखिलेश यादव है कहा तो पहली बार पता चला की वह इंग्लैण्ड, दूसरी बार अस्ट्रेलिया गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ के लोगों उन्हे इंग्लैण्ड, अस्ट्रेलिया जाने के लिए नहीं चुना था। जब वैक्सीन आयी तो सभी को सुरक्षा का कवच मिला। लेकिन अखिलेश यादव ने मोदी वैक्सीन और भाजपा की वैक्सीन बताकर विरोध किया था।

वैक्सीन लगा ही लेना चाहिए-

मुख्यमंत्री ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उनसे पूछिये अब्बा जान लगा चुके है अब तो वैक्सीन लगा ही लेना चाहिए। अगर वे वैक्सीन लगा लेगें तो सच बोलेगें। झूठ पे झूठ बोलकर जैसे आजमगढ़ के लोगों को व प्रदेश के लोगों को धोखा दे रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कहा कि आजमगढ़ में मुलायम सिंह यादव भी सांसद रहे, सपा की सरकार थी। विश्वविद्यालय नहीं मिला, एक्सप्रेस-वे नहीं मिला, एयरपोर्ट नहीं बन पाया था यानि यह सब काम सैफई में होने थे। आजमगढ़ विकास में कहां था। आजमगढ़ तो पेशेवर माफिया और अपराधियों को श्रय देकर उनको अपने कंधे व सिर पर लेकर ढोते थे। उस पाप के घढ़े को लेकर घूमते थे। आजमगढ़ में माफियाओं को अपने साथ लेकर घुमते थे और पहचान का संकट आजमगढ़ के लोगों के सामने खड़ा हो गया।

ये दी सौगात -

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इसी आजमगढ़ को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे दिया, जो आजमगढ़ होते हुए जा रहा है। दोहरीघाट, आजमगढ़, प्रयागराज तक फोरलेन की कनेक्टविटी भाजपा की सरकार ने दिया। आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय दिया। अगले सत्र से विश्विद्यालय में कक्षाएं भी शुरू हो जायेगी। आजमगढ़ को देश के विभिन्न स्थानों से जोड़ने के लिए बहुत जल्द ही एयरपोर्ट शुरू हो रहा है। ये काम सपा नहीं कर पायी। समाजवादी पार्टी को इन कार्यों को करने के लिए फुरसत नहीं थी। उनको लगता था अपने कुनबे, अपने परिवार का विकास कर लेगें तो यही प्रदेश है, लेकिन हमारे लिये प्रदेश का विकास कर लेगें तो वही विकास हैं।

अपराधियों का गढ़ बनाया -

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के नौजवान उर्जा से भरे हुए है, दिल्ली, मुम्बई, कोलकता और विभिन्न स्थानों पर समृद्वि की नई उचाईयों को छू रहे है। लेकिन सपा ने इसको अपराधियों का गढ़ बना दिया, नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया। यही कारण था कि सपा सरकार में पेशेवर अपराधी और माफिया जबं निकलते थे, तो गरीब, दलित,व्यापरियों में एक भय था कि कब उनकी सम्पत्तियों पर कब्जा कर लिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस सम्पत्ति को वापस लेने का कार्य हमारी सरकार कर रही है। 19 सौ करोड़ की सम्पत्ति जब्त की गयी है, लगभग इतने ही इमारते जो सार्वजनिक भूमि पर बनी थी, उस पर बुलडोजर चला दिया।

उन्होंने कहा कि सपा, बसपा कांग्रेस को गांव, गरीब, नौजवान, महिलाओं से कोई लेना देना नहीं, जब भी इनको अवसर मिला तब इन्होंने शोषण किया। अत्याचार व अराजकता फैलाई अगर ये लोग कार्य किये होते तो गरीब के पास मकान, शौचालय, विद्युत आदि मूलभूत सुविधाओं का अभाव नहीं होता। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा, बसपा ने दस सालों बिना मांगें कांग्रेस को समर्थन दिया था लेकिन गरीबों को घर, शौचालय, विद्युत खाद्यान्न नहीं दे पाये। इससे पहले मुख्यमंत्री ने सदर लोकसभा को कुल 76.14 करोड़ की लागत की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास के साथ विभिन्न योजनओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र सौंपा।

Updated : 6 Dec 2021 11:31 AM GMT
Tags:    
Next Story
Top