औरैया जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव: शुरू हुआ शह-मात का खेल
चुनाव से पहले सपा और भाजपा दोनों दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं अब देखना यह है कि...
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औरैया। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव नामांकन प्रक्रिया के साथ नाम निर्देशन पत्रों की जांच के उपरांत अब 3 जुलाई को जनपद में वोटिंग होगी और उसी दिन मतगणना होनी है। चुनाव में अब समय कम बचा है, ऐसे में दोनों दलों के बीच शह और मात का खेल शुरू हो गया है। दोनों दलों के नेता अपने अपने पाले में जिला पंचायत सदस्यों को बैठाने के लिए पूरी ताकत झोंक हुए इस चुनाव में इस बार निर्दलीयों की अहम भूमिका रहेगी। चुनाव से पहले सपा और भाजपा दोनों दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं अब देखना यह है कि किसके सिर जीत का सेहरा बंधता है और किसको हार हाथ लगती है।
3 जुलाई को होगा चुनावी दंगल
जनपद में जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव आगामी 3 जुलाई को होगा। 23 सदस्यों वाली जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट अनुसूचित जाति के कोटे में है। ऐसे में इस सीट पर सपा प्रत्याशी के रूप में रवि त्यागी और भाजपा प्रत्याशी के तौर पर कमल दोहरे चुनाव मैदान में हैं। दोनों सदस्यों ने बिना कोई तामझाम के बड़े ही सादगी के साथ बीते दिनों नामांकन किया था। अब 29 जून को नामांकन पत्रों की जांच के साथ ही दोनों प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। चुनाव में महज 3 दिन बचे हैं, ऐसे में सपा और भाजपा दोनों दलों के बड़े से लेकर छोटे नेता अपने अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंके हुए हैं। सत्ता दल भाजपा की ओर से सांसद रामशंकर कठेरिया बराबर औरैया में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव पर नजर गड़ाए हुए हैं जबकि सपा की ओर से जिला अध्यक्ष राजवीर यादव, पूर्व विधायक प्रदीप यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद इरशाद, विनोद यादव कक्का, जितेंद्र दोहरे, अवधेश भदौरिया आदि ने भी सपा प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। वैसे सपा के पास संख्या बल जिला पंचायत सदस्यों का काफी है,जबकि भाजपा के पास चार और बसपा के चार सदस्य हैं। इस तरह से 4 से लेकर 5 निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य हैं। इस बार के जिला पंचायत चुनाव में निर्दलीय जिला पंचायत सदस्यों की भूमिका भी अहम होगी। लेकिन सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है,उस हिसाब से यह माना जा रहा है कि सत्ता दल भाजपा सपा में सेंध लगा सकती है। अब यह सेंधमारी कितनी कारगर साबित होगी यह तो चुनाव वाले दिन ही पता लगेगी लेकिन जन चर्चाओं ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव का बाजार पूरी तरह गर्म कर दिया है। फिलहाल दोनों दलों के नेता अपने-अपने प्रत्याशी की जीत का दावा कर रहे हैं।
बैठकों का दौर जारी
औरैया में होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर अब दोनों दलों के बीच अलग-अलग बैठकों का दौर शुरू हो गया। सपा , भाजपा की ओर से भी बराबर बैठक चल रही है। दिन-रात इन बैठकों में अपने-अपने दलों के प्रत्याशियों को जिताने के लिए नेता व कार्यकर्ता सोची समझी रणनीति तैयार कर रहे हैं ताकि इस चुनाव में उन्हें कहीं से किसी भी तरह का नुकसान न हो जाए।
खोई सीट वापस लेना चाहती है सपा
पिछली बार जब जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हुआ था तो सपा ने अपने विपक्षी उम्मीदवार को चुनाव हराकर यह सीट हथिया ली थी। हालांकि बाद में सत्ता परिवर्तन के बाद कुछ समय उपरांत इस पद पर अविश्वास लाया गया और भाजपा प्रत्याशी ने सपा उम्मीदवार को चुनाव हराकर यह सीट हथिया ली थी। इसलिए इस बार जब जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हो रहा है तो सपा अपनी सीट को वापस लेने के लिए हर तिकड़म अपना रही है।
कब्जा बरकरार रखना चाहती है भाजपा
बेशक सपा अपनी खोई सीट को वापस लेने की पूरी फिराक में हैं लेकिन भाजपा भी पीछे नहीं है क्योंकि मौजूदा समय में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा का कब्जा है। ऐसे में भाजपा के नेता अपने ही प्रत्याशी को जिताकर इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखना चाहते हैं।
Swadesh Lucknow
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