राजीव एकेडमी के विद्यार्थी याकुल्ट में इंडस्ट्रियल विजिट कर लौटे

मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नालॉजी एंड मैनेजमेंट के एमबीए के विद्यार्थियों के एक दल ने सोनीपत स्थित याकुल्ट कम्पनी में इंडस्ट्रियल विजिट किया। विद्यार्थियों ने अपने विजिट में भोजन में द्रव रूप में लिए जाने वाले रोग प्रतिरोधी खाद्य पदार्थों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
कम्पनी की पीआरओ यामिनी ने विद्यार्थियों को बताया कि हम सभी की रसोई में ऐसे पदार्थ होने चाहिए कि जो प्रतिदिन हमें तरोताजा बनाए रखें। जो हमारे शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करें। याकुल्ट कम्पनी इसी दशा में निरन्तर प्रयासरत रह कर आगे बढ़ रही है। कम्पनी ऐसे कई प्रकार के लिक्विड फूड तैयार कर रही है। जिससे घर गृहस्थी का स्वास्थ्य मजबूत बना रहे।
सभी विद्यार्थियों ने याकुल्ट कम्पनी के फूड प्लांटों का बारीकी से अवलोकन किया। रोग प्रतिरोधक बैक्टीरिया निर्माण व उसके प्रबंधन पक्ष की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की। कम्पनी के अधिकारियों ने विद्यार्थियों को प्रोबोयोटिक पदार्थों के महत्व और मानव स्वास्थ में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को समझाया।
आरके ग्रुप के चेयरमैन डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने इंडस्ट्रियल विजिट को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि प्राचीन भारत में गुरूकुलों के अध्येता छात्र लम्बे समय तक विशेष ज्ञान की खोज में लम्बी-लम्बी यात्राओं के लिए निकलते थे। वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने कहा कि इंडस्ट्रियल विजिट से विद्यार्थियों का व्यावहारिक ज्ञान मजबूत होता है साथ ही कई अनसुलझे प्रश्नों का समाधान भी प्राप्त होता है। एमडी मनोज अग्रवाल ने कहा कि उत्तम व्यावहारिक ज्ञान, घर से दूर जाकर स्वतंत्र रूप से पूछे प्रश्नों पर आधारित होता है, जो जितने गूढ़ प्रश्न पूछ सकता है। उसका ज्ञानपक्ष उतना ही मजबूत होता जाता है।
निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सैना ने कहा कि इंडस्ट्रियल विजिट व्यावहारिक ज्ञान प्राप्ति की विधा (शाखा) है। जो ज्ञान प्राप्ति की निरन्तरता और ज्ञान की भूख और बढ़ा देने वाली है।
